पेट्रोल-डीजल की कीमतों में सुबह की कटौती, फिर टाइपिंग की गलती बता बढ़ाए दाम
By रामदीप मिश्रा | Published: May 30, 2018 07:45 AM2018-05-30T07:45:45+5:302018-05-30T11:27:04+5:30
देश के महानगरों और राज्यों की राजधानियों के मुकाबले दिल्ली में पेट्रोल और डीजल दोनों सस्ते हैं, जबकि मुंबई में कीमत सबसे अधिक है।
नई दिल्ली, 30 मईः देश में पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों को लेकर आम जनता काफी परेशान है, जिससे बुधवार को थोड़ी राहत जरूर मानी जा रही थी, लेकिन अचानक पेट्रोल और डीजल के भाव बढ़ गए। मामला सामने आने के बाद इंडियन ऑयल को सफाई देनी पड़ी। उसने बताया कि टाइपिंग की गलती के चलते ज्यादा पैसे कम हो गए।
दरअसल, 16 दिनों से जारी इजाफे के बाद बुधवार को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कमी की खबर आई थी है। दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल का दाम 60 पैसे घटकर 77.83 रुपये होना बताया गया था, जिसके बाद दोपहर को 78.42 पहुंच गया, जोकि मंगलवार की कीमतों से एक पैसा सस्ता है। वहीं, डीजल दिल्ली में 56 पैसे सस्ता होकर 68.75 प्रति लीटर बताया गया, जबकि दोपहर तक 69.30 पैसे हो गया।
सुबह 30 मई को जारी की गई थीं पेट्रोल की ये कीमतें
Delhi | 77.83 |
Kolkata | 80.47 |
Mumbai | 85.65 |
Chennai | 80.80 |
30 मई को दोबारा बदली पेट्रोल की कीमतें
Delhi | 78.42 |
Kolkata | 81.05 |
Mumbai | 86.23 |
Chennai | 81.42 |
इससे पहले मंगलवार को पेट्रोल 16 पैसे और डीजल 14 पैसे महंगा हुआ था। दिल्ली में पेट्रोल 78.43 रुपये प्रति लीटर और डीजल 69.31 रुपये प्रति लीटर बिक रहा था। वहीं, मुंबई में 86.24 रुपये प्रति लीटर और डीजल 73.79 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया था।
सुबह 30 मई को जारी की गई थीं डीजल की ये कीमतें
Delhi | 68.75 |
Kolkata | 71.30 |
Mumbai | 73.20 |
Chennai | 72.58 |
30 मई को दोबारा बदलीं डीजल की ये कीमतें
Delhi | 69.30 |
Kolkata | 71.85 |
Mumbai | 73.78 |
Chennai | 73.17 |
आपको बता दें, देश के महानगरों और राज्यों की राजधानियों के मुकाबले दिल्ली में पेट्रोल और डीजल दोनों सस्ते हैं, जबकि मुंबई में कीमत सबसे अधिक है। 2014-15 में एनडीए सरकार को पेट्रोलियम सेक्टर से मिलने वाला राजस्व 3,32,620 करोड़ रुपये था, 2016-17 में यह बढ़कर 5,24,304 करोड़ रुपये पहुंच गया है।
इधर, मोदी सरकार तेल की कीमतों से निपटने के लिए पिछले कुछ दिनों में कई बार बैठक भी कर चुकी है ताकि वैश्विक कीमतों का ज्यादा असर घरेलू बाजार पर बिल्कुल भी ना पड़े। सोमवार 28 मई को इस मसले पर फिर से बात हुई थी। इस बैठक के बाद हुए फैसले से ऐसा माना जा रहा है कि इसे तेल की कीमतों से निजात मिल सकता है।
वहीं, डीजल का वायदा कारोबार (फ्यूचर) लॉन्च करने की अनुमति दे दी। भारतीय कमोडिटी एक्सचेंज के एमडी संजीत प्रसाद ने कहा था कि हमें मंत्रालय से इस बारे में नो ऑब्जेक्शन मिल चुका है। हालांकि भारतीय कमोडिटी एक्सचेंज को वायदा कारोबार (फ्यूचर) अमल में लाने के लिए अभी सबसे ग्रीन सिग्नल मिलना बाकी बताया था। फ्यूचर एक फाइनैंशियल कॉन्ट्रैक्ट होता है। जिसमें खरीदार असेट खरीद सकता है या फिर सेलर पूर्वनिर्धारित फ्यूचर डेट और दाम पर ही इसे बेच सकता है।