Paris AI Action Summit: स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि में लाखों लोगों का जीवन बदलने में मदद करेगा एआई?, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, देखें पेरिस एआई एक्शन समिट पर मुख्य बातें
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: February 11, 2025 18:51 IST2025-02-11T18:50:36+5:302025-02-11T18:51:53+5:30
Paris AI Action Summit: एआई राजनीति, अर्थव्यवस्था, सुरक्षा और समाज को बदल रहा है और इस सदी में मानवता के लिए व्यवस्था (कोड) बना रहा है।

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Paris AI Action Summit: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को खुले स्रोत पर आधारित कृत्रिम मेधा (एआई) के लिए एक वैश्विक ढांचा स्थापित करने के लिए सामूहिक प्रयासों का पुरजोर समर्थन किया, जो विश्वास एवं पारदर्शिता बढ़ाने के साथ पूर्वाग्रहों से मुक्त हों। प्रधानमंत्री मोदी ने यहां फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ वैश्विक एआई सम्मेलन की सह-अध्यक्षता करते हुए कहा कि एआई राजनीति, अर्थव्यवस्था, सुरक्षा और समाज को बदल रहा है और इस सदी में मानवता के लिए व्यवस्था (कोड) बना रहा है।
During their meeting in Paris at the AI Action Summit, PM Modi and President Alar Karis of Estonia engaged in pivotal bilateral discussions aimed at strengthening the partnership between their nations. pic.twitter.com/v1TIuEf390
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India to host next global summit: PM Modi at Paris AI Action Summit
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मोदी ने कहा, ‘‘शासन और मानकों को स्थापित करने के लिए ऐसे सामूहिक वैश्विक प्रयासों की जरूरत है जो हमारे साझा मूल्यों को बनाए रखें, जोखिमों का ध्यान रखें और विश्वास पैदा करें।’’ उन्होंने कहा कि शासन केवल जोखिमों और प्रतिद्वंद्विता का प्रबंधन करने के बारे में नहीं है, बल्कि यह नवाचारों के प्रोत्साहन और उन्हें वैश्विक भलाई के लिए तैनात करने के बारे में भी है।
JD Vance supports PM Modi's view that AI won't replace humans
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प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हमें प्रौद्योगिकी को लोकतांत्रिक बनाना चाहिए और आम लोगों पर केंद्रित एप्लिकेशन बनाने चाहिए। हमें साइबर सुरक्षा, गलत सूचना और डीप फेक से संबंधित चिंताओं का भी समाधान करना चाहिए।’’ उन्होंने पूर्वाग्रहों से मुक्त गुणवत्तापूर्ण डेटा समूहों के विकास पर जरूरत पर बल देते हुए कहा कि मुक्त स्रोत वाला ऐसा एआई पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने की जरूरत है जो विश्वास और पारदर्शिता को बढ़ाए। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी के असरदार और उपयोगी होने के लिए इसे स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र में निहित होना चाहिए।
''India is ready to share its experience and expertise to ensure that the AI future is for good, and for all.''
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PM Shri @narendramodi and President @EmmanuelMacron co-chaired the AI Action Summit in Paris today. pic.twitter.com/Z9e3XR8WN1
मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत एआई की क्षमता को दर्शाते हुए की। उन्होंने कहा कि एआई शब्दों के आडंबर को भेद सकता है और डॉक्टरों की पर्चियों को एक ऐसी भाषा में संक्षेप में पेश कर सकता है जिसे लोग आसानी से समझ सकें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि एआई से जुड़ी सीमाओं और पूर्वाग्रहों को भी समझने की जरूरत है।
मोदी ने कहा, ‘‘हमें नवाचारों और शासन के बारे में गहराई से सोचना चाहिए और खुलकर चर्चा करनी चाहिए। खासकर वैश्विक दक्षिण में शासन सब लोगों तक पहुंच सुनिश्चित करने के बारे में भी है। यहां पर क्षमताओं की सबसे अधिक कमी है, चाहे वह कंप्यूटिंग हो, बिजली हो, प्रतिभा हो, डेटा हो या वित्तीय संसाधन हों।’’
उन्होंने कहा कि एआई स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि में बहुत कुछ बेहतर करके लाखों लोगों का जीवन बदलने में मदद कर सकता है। यह एक ऐसी दुनिया बनाने में मदद कर सकता है जिसमें टिकाऊ विकास के लक्ष्यों की यात्रा आसान और तेज हो। इसके लिए संसाधनों और प्रतिभा को एक साथ लाना होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने एआई का इस्तेमाल बढ़ने पर नौकरियां जाने की आशंकाओं का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘इतिहास ने हमें दिखाया है कि प्रौद्योगिकी की वजह से काम कहीं जाता नहीं है। सिर्फ इसकी प्रकृति बदल जाती है और नई तरह की नौकरियां पैदा होती हैं।’’
मोदी ने कहा, ‘‘एआई का विकास अभूतपूर्व पैमाने और रफ्तार से हो रहा है और इसे उससे भी तेज गति से अपनाया और लागू किया जा रहा है। इसमें सीमाओं के पार भी एक-दूसरे पर गहरी निर्भरता है। हमें एआई-संचालित भविष्य के लिए अपने लोगों को कुशल बनाने और नए सिरे से कौशल देने में निवेश करने की जरूरत है।’’
उन्होंने कहा कि भारत एआई को अपनाने और डेटा गोपनीयता पर प्रौद्योगिकी एवं कानूनी समाधान लाने में अग्रणी है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा, ‘‘हम सार्वजनिक भलाई के लिए एआई एप्लिकेशन विकसित कर रहे हैं। भारत यह सुनिश्चित करने के लिए अपने अनुभव और विशेषज्ञता को साझा करने को तैयार है कि एआई का भविष्य अच्छा हो और सभी के लिए हो।’’