नयी दिल्ली, 15 नवंबर देश की सबसे बड़ी तेल एवं गैस उत्पादक कंपनी ओएनजीसी को संपत्ति के मूल्य में 1,238 करोड़ रुपये के नुकसान के प्रावधान के अलावा उत्पाद की कीमतों में गिरावट से चालू वित्त वर्ष की सितंबर में समाप्त दूसरी तिमाही का उसका शुद्ध लाभ करीब 55 प्रतिशत घट गया है।
कंपनी ने बयान में कहा कि दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में उसका शुद्ध लाभ 54.6 प्रतिशत घटकर 2,878 करोड़ रुपये रह गया है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 6,336 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।
तिमाही के दौरान कंपनी की आय 31 प्रतिशत घटकर 16,917 करोड़ रुपये रह गई। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में उसे प्रत्येक बैरल कच्चे तेल के उत्पादन पर 41.38 डॉलर प्राप्त हुए। यह इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही के 60.33 डॉलर प्रति बैरल से 31.4 प्रतिशत कम है।
इस दौरान गैस के दाम भी एक-तिहाई से अधिक घटकर 2.39 डॉलर प्रति इकाई (एमएमबीटीयू) रह गए। कंपनी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही तथा पहली छमाही में उसकी आय और शुद्ध लाभ घटा है।
कंपनी ने कहा कि गैस कीमतों में गिरावट से भी उसका मुनाफा और आमदनी प्रभावित हुई है।
बयान में कहा गया है कि दूसरी तिमाही में कंपनी को संपत्ति (अपने निवेश) के मूल्य में गिरावट से 1,238 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
कंपनी ने कहा है कि उसने भारतीय लेखा मानकों के हिसाब से कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस की कीमतों में गिरावट से उसकी उत्पादन इकाइयों की नकदी प्राप्ति पर असर का आकलन किया है। इसके अलावा कंपनी ने महामारी के प्रभाव, भविष्य में कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस कीमतों, उत्पादन और भंडारण का भी आकलन किया है।
जनवरी-मार्च की तिमाही में ओएनजीसी को संपत्ति के मूल्य में गिरावट से 4,899 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। इससे कंपनी को पहली बार 3,098 करोड़ रुपये का तिमाही घाटा हुआ था।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।