Ola कंपनी उठाने जा रही है बड़ा कदम, करीब 1000 कर्मचारियों की छंटनी की तैयारी
By विनीत कुमार | Published: July 29, 2022 11:05 AM2022-07-29T11:05:14+5:302022-07-29T11:30:55+5:30
'ओला' (Ola) कंपनी करीब 1000 कर्मचारियों को निकालने की तैयारी में जुटी है। कंपनी से जुड़े सूत्रों के अनुसार इस बीच उसकी ओर से इलेक्ट्रिक वाहन के बिजनेस के लिए भर्ती की प्रक्रिया भी और तेज की गई है।
कैब राइडिंग की सुविधा मुहैया कराने वाली 'ओला' (Ola) कंपनी करीब 1000 कर्मचारियों को निकालने की तैयारी में जुटी है। कंपनी के अंदरूनी सूत्रों और भर्ती एजेंसियों के अनुसार अर्बन मोबिलिटी फर्म ओला ये कदम उस समय उठाने जा रही है जब वह अपने इलेक्ट्रिक वाहन के बिजनेस के लिए भर्ती की प्रक्रिया को और तेज कर रही है।
इकोनॉमिक्स टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार कंपनी ने कई कर्मचारियों को पिंक स्लिप थमाना शुरू कर दिया है। साथ ही उसने अभी तक कई कर्मचारियों के लिए वार्षिक अप्रेजल को भी फाइनल नहीं किया है। पहले छंटनी किए जाने वाले कर्मचारियों की संख्या का अनुमान लगभग 400-500 था, लेकिन सूत्रों ने कहा कि ये आंकड़ा लगभग 1000 तक जा सकता है।
भर्ती प्रक्रिया में लगे कंपनी के अधिकारियों के अनुसार कर्मचारियों को निकाले जाने और अन्य भर्तियों की प्रक्रिया कुछ और हफ्तों तक चलने की उम्मीद है। कंपनी ज्यादा ध्यान अपने इलेक्ट्रिक वेहिकल व्यवसाय पर केंद्रित करना चाहती है और इसके लिए तेजी से लोगों की भर्ती भी की जा रही है। कंपनी में फिर से संरचना को सुनियोजित करने की
प्रक्रिया इसके मोबिलिटी, हाइपरलोकल, फिनटेक और इसके यूज्ड कारों के कारोबार में भी चल रही है।
कंपनी के एक अधिकारी ने ईटी को बताया कि जिनकी छंटनी की जानी है, उन्हें स्वेच्छा से इस्तीफा देने के लिए कहा गया है। अधिकारी के अनुसार, 'कंपनी कई ऐसे कर्मचारियों की वार्षिक मूल्यांकन प्रक्रिया में देरी कर रही है, जिन्हें वह हटाना चाहती है, ताकि वे इस्तीफा दें।'
वहीं, एक सूत्र ने कहा कि बेंगलुरु स्थित ओला कंपनी हर छंटनी किए जा रहे कर्मचारी के बदले चार नए लोगों को काम पर रख रही है क्योंकि वह लिथियम-आयन बैटरी सेल और इलेक्ट्रिक कार बनाने की योजना बना रही है।
सूत्र ने कहा, 'ओला अकेले कारों के लिए 800 लोगों की भर्ती की योजना बना रही है। इसके अलावा कंपनी सेल डेवलपमेंट के लिए भर्ती करने की योजना बना रही है।' मामले की जानकारी रखने वाले एक शख्स ने कहा, 'वे लोगों को जाने दे रहे हैं तो और भी लोग आ रहे हैं। यह लागत में कटौती की प्रक्रिया के बजाय कंपनी के लिए उद्येश्य में बदलाव की प्रक्रिया है...।'
बताते चलें कि ओला इलेक्ट्रिक ने सरकार की उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तहत स्थानीय स्तर पर अत्याधुनिक बैटरी सेल के विनिर्माण के लिये भारी उद्योग मंत्रालय के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं। ओला इलेक्ट्रिक ने गुरुवार को बयान में कहा कि कंपनी 2023 तक लिथियम ऑयन सेल का बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू करेगी। ओला ने इस महीने की शुरुआत में बेंगलुरु में सेल अनुसंधान और विकास केंद्र स्थापित करने के लिये 50 करोड़ डॉलर (लगभग 4,000 करोड़ रुपये) के निवेश की घोषणा भी की थी।