त्यौहारों और शादी विवाह की मांग बढ़ने से तेल तिलहन कीमतों में सुधार

By भाषा | Published: March 8, 2021 08:45 PM2021-03-08T20:45:56+5:302021-03-08T20:45:56+5:30

Oil oilseeds prices improve as demand for festivals and weddings increases | त्यौहारों और शादी विवाह की मांग बढ़ने से तेल तिलहन कीमतों में सुधार

त्यौहारों और शादी विवाह की मांग बढ़ने से तेल तिलहन कीमतों में सुधार

नयी दिल्ली, आठ मार्च विदेशी बाजारों में तेजी के रुख और हलके तेलों की भारी मांग तथा स्थानीय शादी विवाह और त्यौहारों की मांग बढ़ने और पीछे से आपूर्ति घटने से दिल्ली तेल तिलहन बाजार में सोमवार को लगभग सभी खाद्य तेलों के भाव में सुधार का रुख रहा ।

बाजार के जानकार सूत्रों ने कहा कि मलेशिया एक्सचेंज में 3.5 प्रतिशत और शिकागो एक्सचेंज में दो प्रतिशत की तेजी रही जिसका स्थानीय कारोबार और कीमतों पर अनुकूल असर हुआ।

उन्होंने कहा कि प्रमुख उत्पादक देश, अर्जेन्टीना और ब्राजील में शुष्क मौसम स्थिति के कारण सोयाबीन का उत्पादन प्रभावित होने से पूरे विश्व में हल्के तेलों की आपूर्ति प्रभावित हुई है। इस स्थिति की वजह से सीपीओ और पामोलीन की मांग बढ़ने से मलेशिया और इंडोनेशिया के बाजार में तेजी आई है।

सूत्रों ने कहा कि चालू सत्र में तिलहन फसलों के बेहतर दाम मिलने के बाद आगे भी न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) बेहतर मिलना जारी रहेगा तो तिलहनों की आगामी फसल बेहतर होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। तेल कीमतों के मजबूत होने से तिलहन; किसानों को प्रोत्साहन मिला है।

उन्होंने कहा कि सोयाबीन की बड़ियां बनाने वाली कंपनियों की सोयाबीन के बेहतर दाने की भारी मांग होने से दिल्ली में सोयाबीन दाने का भाव 6,200 रुपये क्विन्टल के रिकॉर्ड स्तर पर जा पहुंचा। अच्छे माल की कमी के कारण महाराष्ट्र के लातूर मंडी में सोयाबीन का दाम लगभग 150 रुपये क्विन्टल ऊंचा रहा।

उन्होंने कहा कि अभी सोयाबीन की आगामी फसल आने में लगभग आठ महीने की देर है और इसके बेहतर दाने की भारी कमी है। इस स्थिति में मुर्गी दाने के लिए घरेलू खपत की जरुरतों को ध्यान में रखते हुए सरकार को डीओसी (तेल रहित सोयाबीन का खल) के निर्यात पर अंकुश लगाने के बारे में भी सोचना होगा।

सूत्रों ने कहा कि तिलहन कीमतों के ऊंचा रहने से और बेहतर एमएसपी की वजह से देश में तिलहन उत्पादन बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि विदेशी आयातित तेलों के भाव बढ़ने और स्थानीय त्यौहारी मांग बढ़ने से सरसों और मूंगफली तेल तिलहन कीमतों में सुधार का रुख रहा।

सामान्य कारोबार के बीच अधिकांश तेल तिलहनों के भाव पूर्वस्तर पर बंद हुए।

बाजार में थोक भाव इस प्रकार रहे- (भाव- रुपये प्रति क्विंटल)

सरसों तिलहन - 5,900 - 5,950 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये।

मूंगफली दाना - 6,070- 6,135 रुपये।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात)- 14,900 रुपये।

मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 2,390 - 2,450 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 12,700 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 2,025 -2,115 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 2,155 - 2,270 रुपये प्रति टिन।

तिल तेल मिल डिलिवरी - 13,500 - 16,500 रुपये।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 13,250 रुपये।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 12,850 रुपये।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 12,050 रुपये।

सीपीओ एक्स-कांडला- 11,050 रुपये।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 12,100 रुपये।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 12,900 रुपये।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Web Title: Oil oilseeds prices improve as demand for festivals and weddings increases

कारोबार से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे