रिलायंस समूह की 42वीं वार्षिक आम सभा में मुकेश अंबानी ने कहा, ‘रिलायंस खुद को नए रूप में ढालेगी।’ अर्थव्यवस्था के कुछ क्षेत्रों मंदी अस्थायी है, भारत 2030 तक 10,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है। रिलायंस को अपने ईंधन खुदरा कारोबार में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी ब्रिटेन की बीपी को बेचने से 7,000 करोड़ रुपये मिलेंगे।
इसके अलावा देश के सबसे अमीर उद्योगपति अंबानी ने घोषणा कि सऊदी अरामको, रिलायंस के ‘तेल से रसायन’ कारोबार में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदेगी। सऊदी अरामको हिस्सेदारी खरीदने के बाद रिलायंस की रिफाइनरियों को प्रतिदिन 5,00,000 बैरल कच्चे तेल की आपूर्ति करेगी।
उन्होंने बताया कि रिलायंस जियो में निवेश का चक्र पूरा हो चुका है। अंबानी ने देशभर के लिए इंटरनेट ऑफ थिंग्स, घरों और कारोबारों के लिए ब्रॉडबैंड और लघु उद्यमों के लिए ब्रॉडबैंड सेवा की घोषणा की।