देश में सबसे महंगी शराब बिक रही है कर्नाटक में, शराब पर वसूला जा रहा है 83 फीसदी टैक्स
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 25, 2023 10:54 AM2023-09-25T10:54:47+5:302023-09-25T11:02:22+5:30
पूरे देश में कर्नाटक ऐसा राज्य है, जहां शराब सबसे महंगे दाम में बिकती है। यहां पर सरकार द्वारा शराब की वास्तविक कीमत पर 83 फीसदी टैक्स वसूला जाता है।
नई दिल्ली: पूरे देश में कर्नाटक ऐसा राज्य है, जहां शराब सबसे महंगे दाम में बिकती है। खबरों के अनुसार कर्नाटक में सरकार द्वारा शराब की वास्तविक कीमत पर 83 फीसदी टैक्स वसूला जाता है, जिसके कारण यहां पर बिकने वाली शराब अन्य राज्यों की तुलना में सबसे महंगी है।
समाचार वेबसाइट टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पूरे देश में शराब की कीमतों का आंकलन करने पर पता चलता है कि महंगे शराब बिक्री के कारण में कर्नाटक देश में अन्य राज्यों की तुलना में अव्वल स्थान पर है। यही कारण है कि कर्नाटक में शराब की अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) भी अन्य राज्यों की तुलना में सबसे अधिक है।
वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक स्प्रिट (गैर-बीयर) की एक बोतल का दाम गोवा में 100 रुपये है, वहीं कर्नाटक में इसकी कीमत लगभग 513 रुपये है। कर्नाटक के बाद महंगी शराब की बिक्री में तेलंगाना दूसरे स्थान पर आता है। हालांकि कर्नाटक में हाल ही में सरकार द्वारा बढ़ाये गये करों के कारण शराब की कीमतों में हालिया वृद्धि से मूल्यों में बेतहाशा वृद्धि हुई है, इस कारण कर्नाटक इस मामले में शीर्ष स्थान पर है। वहीं इसके उलट गोवा एक ऐसा राज्य है, जहां शराब की कीमतें देश के अन्य राज्यों की तुलना में सबसे सस्ती है।
दरअसल इसके पीछे मुख्य कारण कर्नाटक की मौजूदा कांग्रेस सरकार है। चुनाव बाद सत्ता में आने के साथ अपने पहले बजट में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भारतीय निर्मित शराब (आईएमएल) के सभी 18 स्लैबों पर 20 फीसदी और बीयर की कीमतों पर 10 फीसदी शुल्क बढ़ा दिया था। असल में सरकार का लक्ष्य था कि उत्पाद शुल्क विभाग के राजस्व को बढ़ाकर राजकोष में 36,000 करोड़ का मुनाफा कमाना था।
हालांकि, सिद्धारमैया सरकार की इस योजना को उस समय झटका लगा जब फेडरेशन ऑफ वाइन मर्चेंट्स एसोसिएशन ने एक बयान जारी करके बताया कि अगस्त के पहले दो हफ्तों में शराब की बिक्री और राजस्व दोनों में बेतहाशा गिरावट देखी गई है।
इससे पूर्व जुलाई में शराब के बढ़े दामों के बावजूद बिक्री के सकारात्मक आंकड़े आये थे लेकिन अगस्त की पहली छमाही में भारतीय निर्मित शराब के केवल 21.87 लाख बक्से बेचे गए थे, जो अगस्त 2022 में इसी अवधि के दौरान दर्ज की गई बिक्री से 14.25 फीसदी कम है।
कर्नाटक में बजट पेश होने के बाद नई कीमतें 20 जुलाई से लागू हुई हैं और पुराने स्टॉक की बिक्री महीने के अंत तक जारी थी लेकिन बाजार में बढ़ी हुई नई कीमतों के आने के बाद शराब की मांग में भारी कमी हो रही है।