केंद्र सरकार को राहत, अर्थव्यवस्था की रफ्तार बढ़ी, दूसरी तिमाही में जीडीपी विकास दर 4.7%
By ज्ञानेश चौहान | Published: February 28, 2020 06:07 PM2020-02-28T18:07:27+5:302020-02-28T18:30:38+5:30
केंद्र सरकार को हल्की राहत मिली है। जीडीपी जीडीपी ग्रोथ रेट के आंकड़ों में थोड़ा सुधार हुआ है। ये आधिकारिक आंकड़े वित्त वर्ष 2019-20 की तीसरी तिमाही (सितंबर-दिसंबर) के हैं।
सरकारी आंकड़े के अनुसार देश की आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 4.7 प्रतिशत रही जो एक साल पहले इसी तिमाही में 5.6 प्रतिशत थी।
केंद्र सरकार को हल्की राहत मिली है। जीडीपी जीडीपी ग्रोथ रेट के आंकड़ों में थोड़ा सुधार हुआ है। ये आधिकारिक आंकड़े वित्त वर्ष 2019-20 की तीसरी तिमाही (सितंबर-दिसंबर) के हैं। ताजा आंकड़े बताते हैं कि दिसंबर तिमाही में देश की जीडीपी ग्रोथ रेट सुधर कर 4.7 फीसदी पर आ गई है।
देश की आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में धीमी पड़कर 4.7 प्रतिशत रही। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के शुक्रवार को जारी आंकड़े के अनुसार इससे पूर्व वित्त वर्ष 2018-19 की इसी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर 5.6 प्रतिशत रही थी।
चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों (अप्रैल-दिसंबर) में आर्थिक वृद्धि दर 5.1 प्रतिशत रही जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 6.3 प्रतिशत थी। एनएसओ ने 2019-20 की पहली तिमाही के लिये जीडीपी वृद्धि दर को संशोधित कर 5.6 प्रतिशत तथा दूसरी तिमाही के लिये 5.1 प्रतिशत कर दिया है।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने पिछले महीने अपने दूसरे अग्रिम अनुमान में 2019-20 में आर्थिक वृद्धि दर 5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया था। वहीं रिजर्व बैंक ने भी चालू वित्त वर्ष में जीडीपी वृद्धि दर 5 प्रतिशत रहने की संभावना जतायी है। चीन की आर्थिक वृद्धि दर अक्टूबर-दिसंबर 2019 में 6 प्रतिशत रही जो 27 साल से अधिक समय का न्यूनतम स्तर है। वहीं कैलेंडर वर्ष 2019 में चीन की वृद्धि दर 6.1 प्रतिशत रही जो तीन दशक में सबसे कम है।
Govt of India: GDP at Constant (2011-12) Prices in Q3 of 2019-20 is estimated at Rs 36.65 lakh crore, as against Rs 35.00 lakh crore in Q3 of 2018-19, showing a growth of 4.7%. pic.twitter.com/kB5dvdmcPQ
— ANI (@ANI) February 28, 2020
बुनियादी उद्योगों में जनवरी में 2.2 प्रतिशत वृद्धि
कोयला, रिफाइनरी उत्पादों और बिजली उत्पादन बढ़ने से बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर इस साल जनवरी में बढ़कर 2.2 प्रतिशत रही। शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़े के अनुसार पिछले साल जनवरी में बुनियादी उद्योग की वृद्धि दर 1.5 प्रतिशत रही थी।
कोयला, रिफाइनरी उत्पादों और बिजली उत्पादन में क्रमश: 8 प्रतिशत, 1.9 प्रतिशत और 2.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई। आंकड़ों के अनुसार कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस तथा उर्वरक क्षेत्र में आलोच्य माह के दौरान गिरावट दर्ज की गयी।
चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जनवरी अवधि के दौरान बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर घटकर 0.6 प्रतिशत रही है जो कि एक साल पहले इसी अवधि में 4.4 प्रतिशत रही थी। आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर में अगस्त 2019 से नवंबर 2019 तक गिरावट दर्ज की गयी थी।