पद्म भूषण पाने वालों की लिस्ट में शामिल हुए कृष्णा इल्ला-सुचित्रा इल्ला संग साइरस पूनावाला, जानें किनको मिला सम्मान
By भाषा | Published: January 26, 2022 04:12 PM2022-01-26T16:12:35+5:302022-01-26T16:15:02+5:30
भारत बायोटेक के कृष्णा इल्ला और सुचित्रा इल्ला के साथ सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के साइरस पूनावाला और टाटा समूह के प्रमुख एन चंद्रशेखरन को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है। इनके अलावा माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सत्य नडेला और कंपनी गूगल के सीईओ सुंदरराजन पिचाई का नाम भी इसमें शामिल है।
नई दिल्ली: स्वदेशी कोरोना वायरस टीके ‘कोवैक्सिन’ का उत्पादन करने वाली कंपनी भारत बायोटेक के कृष्णा इल्ला और सुचित्रा इल्ला तथा ‘कोविशील्ड’ विकसित करने वाली सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के साइरस पूनावाला तथा टाटा समूह के प्रमुख एन चंद्रशेखरन को देश के तीसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म भूषण से सम्मानित किये जाने की घोषणा की गयी है। इसके अलावा माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सत्य नडेला के साथ अल्फाबेट इंक और इसकी सहायक कंपनी गूगल के सीईओ सुंदरराजन पिचाई भी व्यापार और उद्योग के उन लोगों में शामिल हैं जिन्हें उनकी विशिष्ट सेवाओं के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है।
भारत बायोटेक की सफलता के पीछे उसके चेयरमैन और प्रबंध निदेशक कृष्णा इल्ला और उनकी पत्नी तथा सह-संस्थापक और संयुक्त प्रबंध निदेशक सुचित्रा इल्ला रही हैं। कंपनी ने स्वदेशी कोविड-19 टीका कोवैक्सिन विकसित किया। आणविक जीव विज्ञान में शोध वैज्ञानिक, कृष्णा एला और सुचित्रा एला ने 1996 में भारत बायोटेक की स्थापना की थी। आज, भारत बायोटेक अभिनव टीकों के उत्पादन के मामले में दुनिया की प्रमुख कंपनी है। सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक साइरस एस पूनावाला हैं। उनकी कंपनी दुनिया भर में उत्पादित और बेची जाने वाली खुराक की संख्या के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन विनिर्माता है (1.5 बिलियन से अधिक खुराक)। इसमें पोलियो वैक्सीन के साथ-साथ डिप्थीरिया, टेटनस, बीसीजी आदि के टीके शामिल हैं।
ऐसा अनुमान है कि दुनिया में लगभग 65 प्रतिशत बच्चों को पुणे स्थित कंपनी में बना कम- से- कम एक टीका जरूर लगा है। टाटा समूह की कंपनियों की होल्डिंग कंपनी और प्रवर्तक टाटा संस के चेयरमैन चंद्रशेखरन समूह 110 अरब डॉलर से अधिक के कुल सालाना राजस्व वाले समूह की अगुवाई कर रहे हैं। वह टाटा संस के निदेशक मंडल से अक्टूबर, 2016 में जुड़े और जनवरी, 2017 में चेयरमैन नियुक्त किये गये। इससे पहले, वह वैश्विक आईटी समाधान और परामर्श कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज से 30 साल से जुड़े थे। वैश्विक प्रौद्योगिकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के अध्यक्ष और मुख्य कार्यपालक अधिकारी सत्य नडेला 1992 में कंपनी में शामिल हुए थे।
फरवरी, 2014 में सीईओ बनाये जाने से पहले, उन्होंने कंपनी में उद्यम और उपभोक्ता व्यवसायों दोनों में नेतृत्व स्तर पर भूमिका निभाई। मूल रूप से हैदराबाद के रहने वाले नडेला ने मेंगलूर यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की। अल्फाबेट इंक और इसकी सहायक कंपनी, गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई का जन्म चेन्नई में हुआ था और उन्होंने आईआईटी खड़गपुर से मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की। वह 2004 में गूगल में शामिल हुए थे, जहां उन्होंने कंपनी के कई उत्पादों के लिए उत्पाद प्रबंधन और नवोन्मेषी प्रयासों का नेतृत्व किया था।
अगस्त, 2015 में उन्हें गूगल का सीईओ बनाया गया। व्यापार और उद्योग जगत से पद्म श्री सम्मान हासिल करने वालों में रूपा एंड कंपनी लिमिटेड के अध्यक्ष प्रहलाद राय अग्रवाल और चंडीगढ़ स्थित जगजीत सिंह दर्दी शामिल हैं।। पद्म पुरस्कार तीन श्रेणियों पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री में प्रदान किए जाते हैं। पुरस्कार विभिन्न विषयों या गतिविधियों के क्षेत्रों, जैसे- कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान और इंजीनियरिंग, व्यापार और उद्योग, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, खेल, सिविल सेवा, आदि- में योगदान के लिए दिए जाते हैं।