भारत की जानी-मानी एयरवेज कंपनी जेट एयरवेज के आर्थिक संकट को हल करने की कोशिशें तेज हो गई हैं. दिल्ली में वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाक़ात के बाद कंपनी के सीईओ विनय दुबे ने कहा कि हमने उनके सामने खुला और स्वतंत्र बोली लगाने का आग्रह किया है.
विनय दुबे ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि वित्त मंत्री ने उन्हें इस बात के लिए आश्वस्त किया है और साथ ही कहा है कि 4 पार्टियों ने जेट एयरवेज के मामले में अपनी दिलचस्पी दिखाई है.
बता दें कि बीते दिन ही जेट एयरवेज की आखिरी फ्लाइट ने उड़ान भरी थी. कंपनी गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रही है. 8000 करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज होने के कारण एसबीआई ने भी 400 करोड़ का इमरजेंसी फंड देने से इंकार कर दिया था.
जेट एयरवेज को खरीदने की होड़ में मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस का भी नाम सामने आया है. अंबानी ने जेट एयरवेज में दिलचस्पी दिखाई है. वहीं यूएई का एतिहाद एयरवेज भी जेट में अपनी हिस्सेदारी को बढ़ाना चाहती है. 24 फीसदी वर्तमान हिस्सेदारी को बढ़ा कर कंपनी 49 प्रतिशत पर ले जाना चाहती है. इसके लिए सरकार से परमिशन लेना होगा.
स्पाइसजेट ने भी जेट संकट को सुलझाने में तत्परता दिखाते हुए 500 कर्मचारियों की नियुक्ति की है. कंपनी के प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने कहा है कि आगे भी कंपनी अपनी नियुक्तियों में जेट के कर्मचारियों को प्राथमिकता देगी.