इनकम टैक्स ने सीज किए कॉग्निजैंट के बैंक खाते, नहीं चुकाया टैक्स के 25 अरब रुपये
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: March 28, 2018 11:33 AM2018-03-28T11:33:58+5:302018-03-28T11:33:58+5:30
रिपोर्ट के अनुसार इनकम टैक्स ने कॉग्निजैंट के खाते करीब एक हफ्ते पहले जब्त किए थे। कॉग्निजैंट आयकर विभाग के खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका दी है और अदालत से राहत माँगी है।
आयकर विभाग ने आईटी सेक्टर की बड़ी कंपनी कॉग्निजैंट टेक्नोलॉजी सल्युशंस कॉर्प्स के चेन्नई और मुंबई स्थित बैंक खातों को जब्त कर लिया है। कंपनी पर डिविडेंट डिस्ट्रिब्यूशेन टैक्स (डीडीटी) न देने का आरोप है। मंगलवार (27 मार्च) को कॉग्निजैंट के प्रवक्ता ने मीडिया को जारी किए गये बयान में खाते जब्त किए जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि अदालत ने आयकर विभाग को अगली सुनवाई से पहले आगे और कार्रवाई करने से मना किया है। द हिन्दू की रिपोर्ट के अनुसार कॉग्निजैंट ने वित्त वर्ष 2016-17 में 25 अरब रुपये से ज्यादा का टैक्स नहीं दिया था। वहीं कॉग्निजैंट ने कहा कि उसने उसने सारे टैक्स चुका दिए हैं।
रिपोर्ट के अनुसार इनकम टैक्स ने कॉग्निजैंट के खाते करीब एक हफ्ते पहले जब्त किए थे। कॉग्निजैंट आयकर विभाग के खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका दी है और अदालत से राहत माँगी है। कंपनी की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि आयकर विभाग की ताजा कोशिश के बाद भी उसका कारोबार, सहयोगियों और ग्राहकों से रिश्तों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। कॉग्निजेंट के प्रवक्ता ने मीडिया को िस मामले से जुड़ी ज्यादा जानकारी देने से मना कर दिया।
पिछले कुछ सालों में बैंकों के एनपीए के मामला सुर्खियों में रहा है। विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चौकसी जैसे कारोबारियों ने विभिन्न बैंकों से कर्ज लिया और उसे लौटाया नहीं। ये कारोबारी देश छोड़कर जा चुके हैं।