मुंबई, 31 जनवरी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी टेक महिंद्रा वित्त वर्ष 2020-21 में अपने बीपीओ कारोबार में कर्मचारियों की संख्या पांच हजार घटाकर 38 हजार करने वाली है। कंपनी यह छंटनी ऐसे समय कर रही है, जब उसके बीपीओ कारोबार का राजस्व शानदार तरीके से बढ़ रहा है।
यह स्वचालन और कृत्रिम मेधा (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस) के बढ़ते इस्तेमाल का प्रभाव है।
कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि राजस्व वृद्धि और कर्मचारियों की संख्या में सामंजस्य नहीं है। प्रौद्योगिकी ने अब एक व्यक्ति के लिये कई काम करना संभव बना दिया है।
कंपनी ने इससे पहले दिसंबर तिमाही में कर्मचारियों की कुल संख्या में 2,500 की कटौती करने की घोषणा की थी। उसने कहा था कि ज्यादातर छंटनियां बीपीओ कारोबार में होंगी।
कंपनी के मुख्य कार्यकारी एवं प्रबंध निदेशक सीपी गुरनानी ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘हमारे बीपीओ कारोबार में वित्त वर्ष 2019-20 के अंत में करीब 43 हजार कर्मचारी थे। मैं वित्त वर्ष 2020-21 के अंत में इस कारोबार में करीब 38 हजार कर्मचारियों के रहने की उम्मीद करता हूं। इसका कारण है कि उत्पादकता बढ़ी है और राजस्व भी बेहतर हुआ है।’’
हालांकि उन्होंने कहा कि आने वाली तिमाहियों में इसी तरह से छंटनी नहीं जारी रह सकती है और कर्मचारियों की संख्या में स्थिरता आ सकती है।
दिसंबर तिमाही में कंपनी के बीपीओ कारोबार का राजस्व सितंबर तिमाही की तुलना में 11 प्रतिशत बढ़ा है।
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