ईडी ने नीरव मोदी के खिलाफ हांगकांग में की बड़ी कार्रवाई, 253 करोड़ रुपये से अधिक की चल संपत्ति जब्त की
By रुस्तम राणा | Published: July 22, 2022 07:58 PM2022-07-22T19:58:56+5:302022-07-22T20:04:47+5:30
बयान के अनुसार, हांगकांग में नीरव मोदी समूह की कुछ संपत्ति की पहचान रत्न और जेवरात के रूप में की गई है जो निजी ‘वॉल्ट’ में रखे हुए हैं।
नई दिल्ली:प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को कहा कि उसने भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी से जुड़ी कंपनियों के रत्न, जेवरात और बैंक में जमा रकम समेत कुल 253.62 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति जब्त की है। ईडी ने कहा कि इसके साथ, इस मामले में कुल कुर्क और जब्त की गई संपत्ति 2,650.07 करोड़ रुपये है।
केंद्रीय एजेंसी ने एक बयान में कहा कि यह सभी चल संपत्ति हांगकांग में है और धन शोधन जांच के तहत इन्हें जब्त किया गया। बयान के अनुसार, हांगकांग में नीरव मोदी समूह की कुछ संपत्ति की पहचान रत्न और जेवरात के रूप में की गई है जो निजी ‘वॉल्ट’ में रखे हुए हैं।
साथ ही, वहां बैंक खातों में रखी गई रकम के बारे में भी पता चला। इन्हें धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत अस्थायी रूप से जब्त कर लिया गया है। नीरव (50) अभी ब्रिटेन की एक जेल में कैद है। वह दो अरब डॉलर के पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ी मामले में मुख्य आरोपी है।
ED has provisionally attached movable properties i.e. Gems and Jewelleries and Bank Balances amounting to ₹ 253.62 Crore (as of today) in the case of Nirav Modi group of companies in Hong Kong. With this, total attached/ seized assets tally in the case stands at Rs. 2650.07 Cr.
— ED (@dir_ed) July 22, 2022
मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) कर रहा है। ईडी के अनुसार, उसने पीएनबी बैंक धोखाधड़ी के मामले में 6,498.20 करोड़ रुपये के मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 (पीएमएलए) के तहत ईसीआईआर दर्ज करके जांच शुरू की थी।
इससे पहले, ईडी ने भारत और विदेशों में नीरव मोदी और उसके सहयोगियों की 2,396.45 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्ति कुर्क की थी। इसके अलावा, नीरव मोदी और उसके सहयोगियों की चल और अचल संपत्ति 1,389 करोड़ रुपये, विशेष न्यायालय (FEOA) मुंबई द्वारा भगोड़ा आर्थिक अपराधी अधिनियम, 2018 के प्रावधानों के तहत जब्त कर ली गई है। जब्त की गई संपत्तियों को भौतिक रूप से सौंपने की प्रक्रिया जारी है और जब्त की गई संपत्ति का कुछ हिस्सा पहले ही पीड़ित बैंकों को सौंप दिया गया है।
(इनपुट एजेंसी)