दिल्लीः दो बिजनेसमैन पर 201 करोड़ रुपये टैक्स चुराने का आरोप, GST अधिकारियों ने किया गिरफ्तार
By भाषा | Published: August 2, 2018 04:36 PM2018-08-02T16:36:20+5:302018-08-02T16:36:50+5:30
बयान में कहा गया है कि विभिन्न जगहों पर छापेमारी की कार्रवाई की गयी। इस दौरान कई संदिग्ध दस्तावेज और सबूत बरामद किये गये। जांच के दौरान पता चला कि कारोबारियों ने फर्जी चालान जारी करने के लिये कई कंपनियां बना रखी थी।
नई दिल्ली, 02 अगस्तः माल एवं सेवा कर (जीएसटी) अधिकारियों ने शहर के दो कारोबारियों को 201 करोड़ रुपये की कर चोरी में गिरफ्तार किया। इन कारोबारियों ने माल की वास्तविक आपूर्ति के बिना ही फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट चालान जारी किये। वित्त मंत्रालय ने बयान में कहा कि केंद्रीय जीएसटीदिल्ली पश्चिम आयुक्त कार्यालय ने रोहिणी के दो कारोबारियों को गिरफ्तार किया। ये दोनों 201 करोड़ रुपये की कर चोरी में शामिल हैं।
बयान में कहा गया है कि विभिन्न जगहों पर छापेमारी की कार्रवाई की गयी। इस दौरान कई संदिग्ध दस्तावेज और सबूत बरामद किये गये। जांच के दौरान पता चला कि कारोबारियों ने फर्जी चालान जारी करने के लिये कई कंपनियां बना रखी थी। मामले में जांच की जा रही है और कर चोरी की राशि और बढ़ने की संभावना है।
इधर, जीएसटी के तहत जुलाई माह में कर संग्रह बढ़कर 96,483 करोड़ रुपये हो गया। जून में जीएसटी वसूली 95,610 करोड़ रुपये रही थी। वित्त मंत्रालय के यहां जारी वक्तव्य के अनुसार जुलाई माह में कुल मिलाकर 66 लाख बिक्री रिटर्न जीएसटीआर 3बी दाखिल किये गये जबकि इससे पिछले महीने जून में 64.69 लाख जीएसटीआर 3बी दाखिल किये गये थे।
वक्तव्य के अनुसार जुलाई में कुल जीएसटी राजस्व प्राप्ति 96,483 करोड़ रुपये रही। कुल प्राप्ति में केन्द्रीय जीएसटी 15,877 करोड़ रुपये, राज्य जीएसटी के तहत 22,293 करोड़ रुपये, एकीकृत जीएसटी में 49,951 करोड़ रुपये और उपकर में 8,362 करोड़ रुपये प्राप्त हुये। उपकर में 794 करोड़ रुपये आयात पर जुटाये गये।
इसमें कहा गया है, ‘‘यह (राजस्व प्राप्त) मोटे तौर पर उम्मीद के अनुरूप रही है।’’ वक्तव्य में कहा गया है कि इसके साथ ही अप्रैल से मई 2018 अवधि के लिये 3,899 करोड़ रुपये राज्यों को राजस्व क्षतिपूर्ति के तौर पर जारी किये गये।
जीएसटी परिषद ने हाल ही में अपनी बैठक में 88 वस्तुओं पर जीएसटी दरें कम की थी। जुलाई माह के जीएसटी संग्रह के आंकड़ों में इस कटौती का प्रभाव शामिल नहीं है। परिषद ने कई टिकाऊ उपभोक्ता वस्तुओं जैसे वाशिंग मशीन, मिक्सर ग्राइंडर, फ्रिज, 1,000 रुपये तक के जूतों, रंग रोगन और सेनटरी नेपकिंस सहित कई वस्तुओं पर जीएसटी दर में कटौती की घोषणा की है। यह कटौती 27 जुलाईसे प्रभाव में आई है। बहरहाल, जुलाई के जीएसटी प्राप्ति आंकड़ों में तमाम वस्तुओं पर की गई जीएसटी कटौती का प्रभाव अभी नहीं दिखाई दिया है।
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