Cyclone Biparjoy: प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के दावेदारों को रियायतों की घोषणा, एलआईसी ने बिपरजॉय चक्रवात से प्रभावित लोगों की दी राहत
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 18, 2023 10:50 AM2023-06-18T10:50:07+5:302023-06-18T10:50:51+5:30
Cyclone Biparjoy: जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने एक बयान में कहा कि वह सहायता प्रदान करने के लिए प्रभावित लोगों से संपर्क कर रहा है, हालांकि चक्रवात से जानमाल का नुकसान न्यूनतम रहा है।
Cyclone Biparjoy: एलआईसी ने ‘बिपारजॉय’ चक्रवात से प्रभावित बीमा नीतियों और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के दावेदारों की कठिनाइयों को कम करने के लिए रियायतों की घोषणा की।
जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने एक बयान में कहा कि वह सहायता प्रदान करने के लिए प्रभावित लोगों से संपर्क कर रहा है, हालांकि चक्रवात से जानमाल का नुकसान न्यूनतम रहा है। इस संबंध में राज्य सरकार के संबंधित मुख्य सचिव/सचिव/अधिकारी से संपर्क करने के लिए मंडल स्तर पर नोडल अधिकारियों को नामित किया गया है।
एलआईसी ने बिपारजॉय चक्रवात के बाद किए गए दावों को ऑनलाइन जमा करने के लिए एक पोर्टल लिंक भी बनाया है। 'बिपारजॉय' ने बृहस्पतिवार की रात गुजरात में कच्छ के तट पर दस्तक दी थी, जिससे संपत्ति और बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा।
केंद्र और गुजरात सरकारों, एनडीआरएफ और चक्रवात बिपारजॉय के दौरान संबंधित सभी एजेंसियों के बीच अच्छे समन्वय की वजह से कीमती जान बचीं। यह जानकारी सूत्रों ने शनिवार को दी। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अद्यतन जानकारी में कहा कि बृहस्पतिवार शाम को जखौ बंदरगाह के पास भूभाग से टकराने वाला गंभीर चक्रवाती तूफान बिपारजॉय एक गहरे दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो गया है और आगे यह एक दबाव में तब्दील हो जाएगा। गृहमंत्री अमित शाह ने राहत कार्यों का जायजा लेने के लिए गुजरात के चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों जखौ और मांडवी का दौरा किया।
घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों ने कहा कि गुजरात में आए चक्रवाती तूफान के दौरान केंद्र और राज्य सरकारों, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और संबंधित सभी एजेंसियों के बीच बहुत अच्छा समन्वय था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और गृहमंत्री शाह के सक्षम मार्गदर्शन में इतने बड़े तूफान से निपटने में मिली सफलता मजबूत और सफल आपदा प्रतिरोध और प्रबंधन की कहानी को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि जानमाल के नुकसान को कम करने के लिए भारत सरकार का संकल्प इन प्रयासों में स्पष्ट रूप से दिखाई देता है।
उन्होंने कहा कि आपदा प्रतिरोधी बुनियादी ढांचे के लिए अंतरराष्ट्रीय गठबंधन के गठन से लेकर एनडीआरएफ को मजबूत करने और विस्तार करने के लिए उठाए गए कदमों तक, प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सरकार की प्रतिबद्धता, आपदा के दौरान कोई भी हताहत नहीं हो यह सुनिश्चित करने के लिए प्रत्यक्ष दृष्टिगोचर रही।
उन्होंने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के निरंतर प्रयासों के कारण पिछले नौ वर्ष में चक्रवातों के कारण होने वाले जान-माल के नुकसान में लगभग 98 प्रतिशत की कमी आई है। उन्होंने कहा कि केंद्र ने प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आपदा प्रबंधन के प्रति एक समग्र और एकीकृत दृष्टिकोण अपनाया।