Budget 2024 Updates: आयकर दाता को कोई राहत नहीं, मिडिल परिवार को तोहफा नहीं, सीतारमण ने बजट में किए बड़े ऐलान
By सतीश कुमार सिंह | Published: February 1, 2024 12:10 PM2024-02-01T12:10:54+5:302024-02-01T12:36:57+5:30
Budget 2024 Updates: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, "वित्त वर्ष 2025 में बुनियादी ढांचे के लिए परिव्यय बढ़ाकर 11.11 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया है। मैं आयात शुल्क सहित प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष करों के लिए समान कर दरों को बनाए रखने का प्रस्ताव करती हूं।
Budget 2024 Updates: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को कहा कि आयकर स्लैब में कोई बदलाव नहीं है। आयकर दाता को कोई राहत नहीं है और मिडिल परिवार को तोहफा नहीं दिया है। सात लाख पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। प्रत्यक्ष और परोक्ष कर की दरों में कोई बदलाव नहीं किया जा रहा। वित्त वर्ष 2024-25 में 30.80 लाख करोड़ रुपये की कुल प्राप्तियां (उधारी को छोड़कर) रहने का अनुमान है। संसद में अंतरिम बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, "वित्त वर्ष 2025 में बुनियादी ढांचे के लिए परिव्यय बढ़ाकर 11.11 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया है। मैं आयात शुल्क सहित प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष करों के लिए समान कर दरों को बनाए रखने का प्रस्ताव करती हूं।
No changes in Income Tax rates, Union Finance Minister Nirmala Sitharaman presents Interim Budget 2024-25. pic.twitter.com/H90QxEmaCt
— ANI (@ANI) February 1, 2024
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार पात्र मध्यम वर्ग को अपना घर खरीदने या बनाने के लिए एक आवासीय योजना शुरू करेगी। सीतारमण ने चुनाव से पहले अंतरिम बजट पेश करते हुए कहा कि सरकार आर्थिक दृष्टिकोण भी अपनाएगी जो सतत विकास की सुविधा प्रदान करे और उत्पादकता में सुधार लाए।
Lok Sabha passes Finance Bill 2024
— ANI (@ANI) February 1, 2024
House adjourned to meet again at 1100 hours on 2nd February https://t.co/IMfsZ145U9
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को संसद में अंतरिम बजट पेश करते हुए कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 में राजकोषीय घाटा चालू वित्त वर्ष के 5.8 प्रतिशत के मुकाबले सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 5.1 प्रतिशत रहने का अनुमान है। वित्त मंत्री ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 के लिए कर प्राप्तियां 26.02 लाख करोड़ रुपये का अनुमान है।
उन्होंने बताया कि वित्त वर्ष 2023-24 में राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 5.8 प्रतिशत रहने का अनुमान है, जो पहले के अनुमान 5.9 प्रतिशत से कम है। केंद्र सरकार का राजकोषीय घाटा दिसंबर, 2023 के अंत में 9.82 लाख करोड़ रुपये या वार्षिक बजट लक्ष्य के 55 प्रतिशत पर पहुंच गया है।
पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में राजकोषीय घाटा बजट अनुमान का 59.8 प्रतिशत था। सीतारमण ने कहा कि विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए राज्यों को 50 साल के लिए 75,000 करोड़ रुपये का ब्याज मुक्त ऋण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले की हर चुनौती को हमारे आर्थिक प्रबंधन के माध्यम से दूर किया गया है।
उन्होंने बजट पेश करते हुए एक करोड़ मकानों में प्रति माह 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली सुनिश्चित करने को ‘रूफटॉप सोलराइजेशन’ का भी उल्लेख किया, जिससे सालाना 15,000-18,000 रुपये की घरेलू बचत होगी। वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार मौजूदा अस्पताल बुनियादी ढांचे का इस्तेमाल करके और अधिक मेडिकल कॉलेज स्थापित करेगी। उन्होंने कहा कि पूर्वी क्षेत्र और वहां के लोगों के विकास पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया जाएगा।
सीतारमण ने दूध, दुग्ध उत्पादन बढ़ाने की योजना की घोषणा की
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को देश में दूध और दुग्ध (डेयरी) उत्पादन बढ़ाने की योजना की घोषणा की। वित्त मंत्री ने कहा कि भारत दुनिया में सबसे बड़ा दूध उत्पादक है, लेकिन उत्पादकता कम है। भारत का दूध उत्पादन 2022-23 में चार प्रतिशत बढ़कर 23.05 करोड़ टन हो गया। उन्होंने यह भी कहा कि तिलहन उत्पादन के लिए आत्मनिर्भरता के लिए एक रणनीति विकसित की जाएगी। मंत्री ने कहा कि कृषि क्षेत्र में मूल्यवर्धन और किसानों की आय बढ़ाने के प्रयास तेज किए जाएंगे।