वित्तमंत्री गोयल ने कहा-कंपनियों, छोटे उद्यमियों की कर्ज जरूरतों पूरा करने के लिए बैंकर बना रहे रणनीति
By भाषा | Published: June 20, 2018 05:19 AM2018-06-20T05:19:27+5:302018-06-20T05:19:27+5:30
वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि बैंकों का मानना है कि ऐसी बेहतर प्रदर्शन करने वाली कंपनियों को जिन्हें कार्यशील पूंजी की जरूरत है , जो स्थिर संपत्तियों में निवेश के लिये कर्ज लेना चाहती हैं और जिन्हें पूर्व में कुछ मुश्किलों का सामना करना पड़ा, उन्हें समर्थन दिया जाना चाहिए।
नई दिल्ली, 20 जूनः आर्थिक गतिविधियों में आई तेजी को देखते हुये छोटे उद्यमियों और बेहतर प्रदर्शन करने वाली कंपनियों को कर्ज देनदारी बढ़ाने के वास्ते बैंकरों ने द्वि-स्तरीय रणनीति पर काम शुरू किया है। वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को यह जानकारी दी। गोयल ने यहां सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के प्रमुखों के साथ बैठक के बाद कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक एक बार फिर सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) और अच्छी कंपनियों के कामकाज में आगे बढ़कर उन्हें समर्थन देना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि बैंकों का मानना है कि ऐसी बेहतर प्रदर्शन करने वाली कंपनियों को जिन्हें कार्यशील पूंजी की जरूरत है , जो स्थिर संपत्तियों में निवेश के लिये कर्ज लेना चाहती हैं और जिन्हें पूर्व में कुछ मुश्किलों का सामना करना पड़ा, उन्हें समर्थन दिया जाना चाहिए।
इस तरह सभी बैंकों ने मिलकर यह निर्णय किया है वह वास्तविक, पात्र और बेहतर प्रदर्शन करने वाली अच्छी कंपनियों की ऋण जरूरतों को पूरा करने के लिये दो स्तरों पर काम करेंगे।
वित्त मंत्री ने कहा कि पहले चरण में ऐसी अच्छे रिकार्डवाली कंपनियों जो कि 200 से 2,000 करोड़ रुपये के बीच कर्ज लेती हैं, ऐसे करीब 4,500 अच्छे प्रदर्शन वाले खाते बैंकों में हैं और इनमें से ज्यादातर बैंक समूह से कर्ज लेने वाले हैं, अगले तीन से चार सप्ताह के भीतर बैंक इन कंपनियों की कर्ज जरूरतों का अध्ययन करेंगे और उस पर काम करेंगे।
दूसरे चरण में बैंक 200 करोड़ रुपये तक के कर्ज वाले खातों पर गौर करेंगे। इसमें एमएसएमई का बड़ा तबका आ जायेगा। बैंक इनकी वास्तविक रिण जरूरतों पर गौर करेंगे। एमएसएमई क्षेत्र देश के निर्यात में 40 प्रतिशत और विनिर्माण क्षेत्र में 45 प्रतिशत योगदान करता है। गोयल ने कहा कि बैंकों ने सामूहिक तौर पर एक टीम के रूप में उद्योग धंधों को समर्थन देने का फैसला किया है।
लोकमत न्यूज के लेटेस्ट यूट्यूब वीडियो और स्पेशल पैकेज के लिए यहाँ क्लिक कर सब्सक्राइब करें