यात्री एयर एशिया की फ्लाइट में एयर इंडिया के टिकट से कर सकेंगे यात्रा, जानें क्या है पूरा मामला
By मनाली रस्तोगी | Published: February 12, 2022 10:35 AM2022-02-12T10:35:11+5:302022-02-12T12:36:56+5:30
टाटा ग्रुप ने यात्रियों को किसी तरह की असुविधा ना हो, इसके लिए एक नया निर्णय लिया है। इसके तहत एयर इंडिया और एयर एशिया फ्लाइट डिसरप्शन के मामले में एक दूसरे के यात्रियों को स्वीकार करेंगी।
नई दिल्ली: टाटा ग्रुप ने अपने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए एक नया निर्णय लिया है। इसके तहत एयर इंडिया और एयर एशिया के बीच एक समझौता हुआ है, जिसके अनुसार अगर इन दोनों एयरलाइंस के यात्रियों की उड़ान में किसी भी तरह का व्यवधान (flight disruptions) आता है तो दोनों एयरलाइन कंपनियां एक-दूसरे के यात्रियों को उनकी फ्लाइट में ट्रेवल करने का मौका देंगी। बता दें कि एयर इंडिया और एयर एशिया अब टाटा ग्रुप्स का ही हिस्सा हैं। ऐसे में यात्रियों की असुविधा को कम करने के उद्देश्य से टाटा ग्रुप ने यह निर्णय लिया है।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, एयर इंडिया और एयर एशिया इंडिया (एएआईपीएल) ने "अनियमित संचालन पर इंटरलाइन विचार" (आईआरओपी) समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, ताकि यात्रियों को पहली उपलब्ध वैकल्पिक उड़ान दी जा सके। इस व्यवस्था की वैधता केवल दो साल के लिए घरेलू क्षेत्र में है। ऐसे में एयर एशिया और एयर इंडिया के बीच हुआ समझौता 10 फरवरी 2022 से 9 फरवरी, 2024 तक ही मान्य है।
रिपोर्ट के अनुसार, आईआरओपी समझौते में कहा गया है कि यात्रियों को ले जाने वाली फ्लाइट उपलब्धता पर ही निर्भर करती है, जिसके बारे में स्वीकार करने वाली एयरलाइन के एयरपोर्ट मैनेजर ही बताएगा कि उनकी फ्लाइट में अतिरिक्त सीट मौजूद हैं या नहीं। समझौते में ये भी कहा गया है कि एयरलाइन के एयरपोर्ट मैनेजर का निर्णय ही आखिरी होगा। समझौते में कहा गया है कि एयर एशिया के यात्रियों फ्लाइट्स में हुए बदलाव के कारण एयर इंडिया का प्रस्थान प्रभावित नहीं होना चाहिए।
यही नहीं, आईआरओपी समझौते में ये भी बताया गया है कि ट्रांसफर करने वाली एयरलाइन का सामान भत्ता, जैसा कि ट्रांसफर करने वाली एयरलाइन के मूल टिकट पर दिखाया गया है, स्वीकार करने वाली एयरलाइन द्वारा स्वीकार किए गए यात्रियों के लिए लागू होगा। मूल बुकिंग के साथ नहीं खरीदा गया कोई भी अतिरिक्त सामान एयरलाइन की अतिरिक्त सामान नीति को स्वीकार करने पर प्रभार्य होगा।
बताते चलें कि टाटा एयर इंडिया लगातार अपने प्रदर्शन में सुधार लाने और यात्रियों की शिकायतों के समाधान पर ध्यान केंद्रित कर रही है। मालूम हो, 26 जनवरी 2022 को एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस का नियंत्रण अपने हाथ में लेने के बाद टाटा ग्रुप के पास विस्तारा और एएआईपीएल समेत चार एयरलाइंस हैं।