प्रधानमंत्री के बयान के बाद उद्योगतियों ने कहा, उद्योग जगत को उम्मीदों पर खरा उतरना होगा
By भाषा | Updated: February 11, 2021 22:24 IST2021-02-11T22:24:37+5:302021-02-11T22:24:37+5:30

प्रधानमंत्री के बयान के बाद उद्योगतियों ने कहा, उद्योग जगत को उम्मीदों पर खरा उतरना होगा
नयी दिल्ली, 11 फरवरी उद्योग जगत ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र की प्रगति में निजी क्षेत्र की भूमिका को लेकर कही गयी बातों को महत्वपूर्ण बताया और कहा कि उद्योगों को उम्मीदों पर खरा उतरना होगा।
उद्योग जगत ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा भारत की वृद्धि, राष्ट्रीय प्रगति और दुनिया में देश की छवि बेहतर बनाने में निजी क्षेत्र की भूमिका को स्वीकार करना और उसकी सराहना करना उद्यमियों के लिये काफी महत्वपूर्ण और उत्साह बढ़ाने वाला है।
उद्योग मंडल फिक्की ने उम्मीद जतायी कि मोदी के बयान के बाद देश में उद्योग और उद्यमियों की भूमिका को लेकर आम सहमति के लिये एक नई परिचर्चा की शुरूआत होगी।
जाने माने उद्योगपति आनंद महिंद्रा और सज्जन जिंदल ने भी प्रधानमंत्री की बातों को ‘समुदाय’ के लिये उत्साहजनक करार दिया जो देश में संपत्ति और रोजगार सृजित कर रहा है।
फिक्की के अध्यक्ष उदय शंकर ने एक बयान में कहा, ‘‘ऐसे समय जब काविड-19 से प्रभावित भारतीय उद्योग उच्च वृद्धि के रास्ते पर लौटने का प्रयास कर रहा है, प्रधानमंत्री द्वारा निजी क्षेत्र की महत्वपूर्ण को भूमिका को स्वीकार करना उद्यमियों और कारोबारी समुदाय के लिये काफी उत्साहजनक है।’’
प्रधानमंत्री ने बुधवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा था कि सार्वजनिक क्षेत्र जरूरी है लेकिन साथ ही निजी क्षेत्र की भूमिका भी महत्वपूर्ण है।
शंकर ने कहा, ‘‘निजी क्षेत्र को लेकर उन्होंने जो भरोसा जताया है, हम उसके आभारी हैं। यह राष्ट्र निर्माण में उद्योग की भूमिका को लेकर प्रधानमंत्री के दृष्टकोण को अभिव्यक्त करता है लेकिन साथ ही यह कारोबारी समुदाय पर भी बड़ी जिम्मेदारी डालता है कि वह राष्ट्र हित को हर चीज से ऊपर रखे।’’
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने एक बयान में कहा कि संसद में प्रधानमंत्री के बयान से उद्योग जगत के आत्मविश्वास में भारी वृद्धि हुई है। मोदी के नेतृत्व में सरकार ने देश में कारेाबार करने के वातावरण में बड़ा सुधार किया है। सीआईआई के अध्यक्ष उदय कोटक ने बयान में कहा कि ‘ सम्पत्ति के वितरण में सम्पत्ति का सृजने वालों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। प्रधानमंत्री ने निजी क्षेत्र की भूमिका को संसद में अपने वक्तव्य में जो मान दिया है उससे हर उद्यमी का उत्साह बढ़ा है।’’
इससे पहले, महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘महामारी के कारण निजी उपक्रम इस समय नाजुक स्थिति में है, ऐसे में प्रोत्साहन के शब्द स्वागतयोग्य हैं। अब हमें प्रदर्शन और कामकाज दोनों क्षेत्रों में उम्मीदों पर खरा उतरना है।’’
निजी उपक्रमों की वकालत करते हुए मोदी ने यह भी कहा था कि भारत की युवा आबादी की क्षमता पर भरोसा रखना चाहिए और हर किसी को अवसर मिलना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने दूरसंचार और दवा क्षेत्र का उदाहरण देते हुए कहा कि इन दोनों क्षेत्रों में आज निजी क्षेत्र की सुदृढ़ रूप से मौजूदगी है। उन्होंने कहा कि इससे लोगों को मदद मिली है, आज एक गरीब व्यक्ति भी स्मार्टफोन उपयोग कर रहा है और मोबाइल पर बात करने का खर्चा बहुत कम है तथा इसका कारण प्रतिस्पर्धा है।
इसी प्रकार, जेएसडब्ल्यू ग्रुप के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक सज्जन जिंदल ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘यह पहली बार है, जब हमारे देश के प्रधानमंत्री ने सार्वजनिक रूप से भारतीय उद्यमियों के लिये सम्मान व्यक्त किया है। यह उस समुदाय के लिये काफी उत्साह बढ़ाने वाला है जो देश में संपत्ति और रोजगार सृजित कर रहा है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा था कि भारत को राष्ट्रीय प्रगति और दुनिया में देश की छवि को बेहतर बनाने में निजी क्षेत्र की भूमिका पर गर्व है।
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