रामायण-महाभारत दिखाए जाने के बहाने यशवंत सिन्हा ने सरकार पर साधा निशाना, ट्वीट किया कुछ ऐसा कि लोगों ने लगाई जमकर क्लास
By अमित कुमार | Published: May 3, 2020 02:05 PM2020-05-03T14:05:24+5:302020-05-03T14:12:54+5:30
देश में लॉकडाउन की घोषणा के बाद से ही रामायण-महाभारत को फिर से प्रसारण करने का फैसला लिया गया। सरकार के इस फैसले से फैंस भी खुश हैं, लेकिन पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने इस पर नाराजगी जाहिर की है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा अक्सर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम काज पर सवाल उठाते रहते हैं। मोदी सरकार पर आरोप लगाने का वह कोई मौका नहीं छोड़ते। रामायण-महाभारत दिखाए जाने के बहाने यशवंत सिन्हा ने एक बार फिर सरकार पर निशाना साधने की कोशिश की। लेकिन इस दौरान उनसे एक गलती हो गई जिसके बाद फैंस ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया।
दरअसल, शनिवार शाम किए ट्वीट में सिन्हा ने लिखा, 'महाभारत को पहली बार 1988 में और रामायण को 1993 में डीडी द्वारा प्रसारित किया गया था। यह सरकार अब इस काम का क्रेडिट नहीं ले सकती।' इस ट्वीट में वह रामायण के प्रसारण का विवरण गलत करते हैं। दरअसल, रामायण को साल 1987 में शुरू किया गया था। हालांकि, बाद में उन्होंने मापी मांगते हुए अपनी जानकारी को दुरस्त की।
लेकिन यशवंत सिन्हा की इस गलती के बाद फैंस लगातार सोशल मीडिया पर उन्हें ट्रोल करने लगे। किसी ने उनके याद्दाश्त पर सवाल खड़े किए तो कोई उन्हें पहले अपनी जानकारी को सही करने की नसीहत दी। फैंस की लगातार मिल रहे कमेंट्स के बाद यशवंत सिन्हा ने एक और ट्वीट किया और लोगों से अपनी गलती की माफी मांगी।
Mahabharat was first telecast by DD in 1988 and Ramayan in 1993. This govt can't take credit for them.
— Yashwant Sinha (@YashwantSinha) May 2, 2020
बता दें कि रामयाण का प्रसारण 25 जनवरी 1987 से 31 जुलाई 1988 तक हुआ था। इसी प्रकार महाभारत के पहले प्रकरण का प्रसारण 2 अक्टूबर 1988 को तथा अंतिम प्रकरण का प्रसारण 24 जून 1990को हुआ था। लॉकडाउन में इन दोनों धारावाहिक को फैंस एक बार फिर जमकर देख रहे हैं।
I stand corrected. Ramayan was first telecast in 1987.
— Yashwant Sinha (@YashwantSinha) May 2, 2020