नागार्जुन दशकों बाद हिंदी फिल्म का क्यों बने हिस्सा?, बॉलीवुड फिल्मों को करने पर कही ये बात

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 19, 2022 12:35 PM2022-09-19T12:35:29+5:302022-09-19T12:45:29+5:30

नागार्जुन ने कहा, जब मुझे बताया कि अयान चाहते हैं कि मैं उनकी फिल्म में एक भूमिका निभाऊं तो मैंने कहा था कि क्यों नहीं लेकिन मैं ऐसी फिल्म में कौन-सी भूमिका निभाने जा रहा हूं? यदि फिल्म में मेरे लायक कोई भूमिका नहीं हुई तो मैं इसे नहीं करूंगा।

Why did Nagarjuna become a part of Hindi film brahmastra after decades | नागार्जुन दशकों बाद हिंदी फिल्म का क्यों बने हिस्सा?, बॉलीवुड फिल्मों को करने पर कही ये बात

नागार्जुन दशकों बाद हिंदी फिल्म का क्यों बने हिस्सा?, बॉलीवुड फिल्मों को करने पर कही ये बात

Highlightsदक्षिण सुपरस्टार नागार्जुन इन दिनों ब्रह्मास्त्र को लेकर चर्चा में हैं। इस फिल्म में मुख्य भूमिका में रणबीर कपूर और आलिया भट्ट है।

मुंबई: दक्षिण सुपरस्टार नागार्जुन ने कहा है कि हिंदी फिल्में उन्हें दिली सुकून देती हैं। अभिनेता ने कहा कि जब भी हिंदी फिल्मों की बात आती है तो वह हमेशा ऐसे मौके की तलाश में रहते है जो उन्हें दिली सुकून देता है और यही वजह है कि उन्होंने बॉलीवुड से कई वर्षों की दूरी के बाद 'ब्रह्मास्त्र पार्ट वन : शिवा' में काम किया। गौरतलब है कि दशकों बाद नागार्जुन ने हिंदी सिनेमा में वापसी की है और अयान मुखर्जी द्वारा निर्देशित काल्पनिक पौराणिक कथा पर आधारित फिल्म में अतिथि भूमिका (कैमियो) निभायी है।

 इस फिल्म में मुख्य भूमिका में रणबीर कपूर और आलिया भट्ट है। नागार्जुन (63) ने पीटीआई को दिए इंटरव्यू में कहा कि मुझे बेहद शानदार भूमिकाएं मिल रही थीं। मुझे हैदराबाद में रहना पसंद है। मैंने हमेशा बॉलीवुड में खास भूमिकाएं निभायी हैं। मैंने शुरुआत से जो भी किया है, उसमें मेरे लिए सबसे अहम लोगों का मनोरंजन करना है। जो भी भूमिकाएं मैंने निभायी है, वे मेरी तलाश में आयी, मैं कभी उनकी तलाश में नहीं गया।

अभिनेता ने आगे कहा, यहां बॉलीवुड में काम करने के लिए मुझे ऐसे मौके की तलाश थी जो मुझे दिली सुकून दें। नागार्जुन शिवा, खुदा गवाह, क्रिमिनल और जख्म जैसी बॉलीवुड फिल्मों में काम कर चुके हैं। उनकी आखिरी बॉलीवुड फिल्म जेपी दत्ता की 2003 में आयी एलओसी: करगिल थी। नागार्जुन ने कहा कि उन्होंने इस फिल्म को करने का फैसला इसलिए किया क्योंकि उन्होंने इसे एक 'दुर्लभ अवसर' के तौर पर देखा जो ऐसे वक्त आया है जब भारत में विभिन्न फिल्म उद्योगों के बीच प्रतिभाओं का आदान-प्रदान बढ़ रहा है। अभिनेता ने बताया कि मुखर्जी ने 2018 में 'ब्रह्मास्त्र' की पेशकश की थी लेकिन उन्होंने इसके लिए हां कहने से पहले एक शर्त रखी थी। 

नागार्जुन ने कहा, जब मुझे बताया कि अयान चाहते हैं कि मैं उनकी फिल्म में एक भूमिका निभाऊं तो मैंने कहा था कि क्यों नहीं लेकिन मैं ऐसी फिल्म में कौन-सी भूमिका निभाने जा रहा हूं? यदि फिल्म में मेरे लायक कोई भूमिका नहीं हुई तो मैं इसे नहीं करूंगा। बकौल नागार्जुन- अयान हैदराबाद आए और मुझे सारी चीजें समझायी। ब्रह्मास्तर में काम करते हुए उन्हें सबसे दिलचस्प बात यह लगी कि यह उन्हें टेलीविजन पर कोई पौराणिक धारावाहिक देखने के दिनों की याद दिलाता है। 

दक्षिण भारतीय फिल्मों के मशहूर अभिनेता ने कहा, मैंने महाभारत देखी थी जिसमें उन्होंने युद्ध में इन अस्त्रों का इस्तेमाल किया था और यह मुझे दिलचस्प लगता था। मैंने बचपन में काफी चित्र कथा कॉमिक्स पढ़ी हैं। स्टार स्टूडियोज, धर्मा प्रोडक्शंस द्वारा निर्मित ब्रह्मास्त्र में अमिताभ बच्चन और मौनी रॉय भी हैं। आरआरआर के निर्देशक एस एस राजमौली ने इस फिल्म को तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम भाषाओं में प्रस्तुत किया है। 

Web Title: Why did Nagarjuna become a part of Hindi film brahmastra after decades

बॉलीवुड चुस्की से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे