जब गुस्से में आमिर खान-जूही चावला की कार पर प्रशंसकों ने ईंटें फेंकनी शुरू कर दी, जानिए किस्सा
By अनिल शर्मा | Published: March 15, 2022 09:29 AM2022-03-15T09:29:16+5:302022-03-15T09:42:44+5:30
फिल्म की बॉक्स ऑफिस पर कामयाबी के बाद निर्देशक मंसूर खान और निर्माता नासिर हुसैन सहित टीम ने दर्शकों की प्रतिक्रिया देखने और उनसे बात करने के लिए इंटरवल के दौरान सिनेमाघरों में चलने की योजना बनाई।
मुंबईः आमिर खान ने साल 1988 में फिल्म कयामत से कयामत तक से बॉलीवुड में कदम रखा था। इसके बाद आमिर एक बड़े स्टार के तौर पर उभरे। फिल्म के गानों ने ना सिर्फ उदित नारायण और अल्का याग्निक को प्रसिद्धि दिलाई बल्कि इससे आमिर खान और जूही को भी लोकप्रियता मिली। दोनों स्टार बन गए थे। कयामत से कयामत तक ने उदित नारायण और अलका याज्ञनिक के गायन के अलावा आमिर खान और जूही चावला को प्रसिद्धि दिलाई।
फिल्म की बॉक्स ऑफिस पर कामयाबी के बाद निर्देशक मंसूर खान और निर्माता नासिर हुसैन सहित टीम ने दर्शकों की प्रतिक्रिया देखने और उनसे बात करने के लिए इंटरवल के दौरान सिनेमाघरों में चलने की योजना बनाई। फिल्म में आमिर खान के चचेरे भाई की भूमिका निभाने वाले अभिनेता राज जुत्शी ने बताया था कि “लोग हमें देखकर दंग रह गए। कुछ जगहों पर इमरान (खान) भी हमारे साथ थे। उन्होंने क्यूएसक्यूटी में युवा आमिर का किरदार निभाया था।"
फिल्म की टीम ने फिल्म के प्रति दर्शकों की दीवानी के बाद वे ज्यादा से ज्यादा थिएटर में जाना चाहते थे। एक घटना को साझा करते हुए, राज ने कहा था कि बैंगलोर में ऐसी ही एक यात्रा के दौरान फिल्म की टीम थिएटर में पहुंची थी। कुछ ही मिनटों बाद आयोजक ने कहा कि अब इन्हें अगले थिएटर के लिए निकलना। लेकिन दर्शक चाहते थे कि कुछ देर और रुकें। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। फैंस नाराज हो गए।
राज ने बताया कि “मुझे याद है कि मैं मंसूर सर और ड्राइवर के साथ कार के सामने बैठा था। सबसे पीछे आमिर और जूही बैठे थे। सिनेमा हॉल एक इमारत में स्थित था जिसमें निजी कार्यालय भी थे। इसलिए जब लोगों ने हमें इतनी जल्दी जाते हुए देखा तो वे भड़क गए। जैसी ही हमारी कार निकलने वाली थी वे हमारी कार पर छत से एक ईंट फेंकने लगे। इससे शीशा टूट गया और टूटे हुए शीशे हम सभी पर गिरे।तब हमने ड्राइवर को कार तेज करने के लिए कहा और वहां से निकले।