TODAY IN HISTORY: भारत दुनिया में सबसे ज्यादा फिल्में बनाने वाले देशों में शुमार, 1969 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार की स्थापना, जानें इतिहास में आज क्या-क्या हुआ

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 20, 2024 11:36 AM2024-01-20T11:36:43+5:302024-01-20T11:39:17+5:30

TODAY IN HISTORY: फिल्म निर्माण में उल्लेखनीय योगदान देने वालों को पुरस्कृत करने के लिए वर्ष 1969 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार की स्थापना की गई।

TODAY IN HISTORY JANUARY 20, 2024 India is among countries producing most films in world Dadasaheb Phalke Award established in 1969 know what happened today in history first time cinematographer received Dadasaheb Phalke Award What Happened On This Day | TODAY IN HISTORY: भारत दुनिया में सबसे ज्यादा फिल्में बनाने वाले देशों में शुमार, 1969 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार की स्थापना, जानें इतिहास में आज क्या-क्या हुआ

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Highlightsकलकत्ता हिंदू कॉलेज की स्थापना। मौजूदा समय में यह प्रेजीडेंसी कॉलेज के नाम से विख्यात है।भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र, ट्रांबे (बंबई) में स्थापित देश के पहले परमाणु रिएक्टर अप्सरा का उद्घाटन किया।स्वतंत्रता सेनानी भारत रत्न ख़ान अब्दुल गफ़्फ़ार ख़ान का निधन।

TODAY IN HISTORY: फिल्म निर्माण की बात करें तो संख्या के लिहाज से भारत दुनिया में सबसे ज्यादा फिल्में बनाने वाले देशों में शुमार है और हर फिल्म के निर्माण में पर्दे के पीछे से सहयोग देने वालों में सिनेमेटोग्राफर का एक अहम योगदान होता है। फिल्म निर्माण में उल्लेखनीय योगदान देने वालों को पुरस्कृत करने के लिए वर्ष 1969 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार की स्थापना की गई।

फिल्मी दुनिया के महान सिनेमेटोग्राफर वी के मूर्ति को वर्ष 2008 का दादा साहब फाल्के पुरकार दिया गया। यह पहला मौका था जब किसी सिनेमेटोग्राफर को फिल्मी दुनिया के इस शीर्ष सम्मान से पुरस्कृत किया गया। पिछली पीढ़ी के लोग वी के मूर्ति के नाम से वाकिफ होंगे।

1957 से 1962 के बीच में आई गुरुदत्त की बेहतरीन श्वेत श्याम फ़िल्मों 'चौदहवीं का चाँद', 'काग़ज़ के फूल' और 'साहब बीवी और ग़ुलाम' को फ़िल्माने वाले सिनेमेटोग्राफर वी के मूर्ति को वर्ष 2008 के प्रतिष्ठित दादासाहब फाल्के पुरस्कार के लिए चुना गया और उन्हें 20 जनवरी 2010 को यह पुरस्कार प्रदान किया गया। सिनेमेटोग्राफर को फिल्म जगत का सर्वोच्च सम्मान हासिल करने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा।

देश दुनिया के इतिहास में 20 जनवरी की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है:

1817 : कलकत्ता हिंदू कॉलेज की स्थापना। मौजूदा समय में यह प्रेजीडेंसी कॉलेज के नाम से विख्यात है।

1957 : प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र, ट्रांबे (बंबई) में स्थापित देश के पहले परमाणु रिएक्टर अप्सरा का उद्घाटन किया।

1961 : अमेरिका के राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी ने ऐतिहासिक भाषण दिया, जिसमें उन्होंने देशवासियों से कहा, ‘‘यह मत पूछो कि तुम्हारा देश तुम्हारे लिए क्या कर सकता है, बल्कि यह बताओ कि तुम अपने देश के लिए क्या कर सकते हो।’’

1972 : अरुणाचल प्रदेश, जो पहले नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर एजेंसी था, केन्द्र शासित क्षेत्र बना और मेघालय को राज्य का दर्जा दिया गया।

1981 : ईरान में बंधक संकट समाप्त। अयातुल्लाह खुमैनी ने 15 महीने से बंधक बनाए गए 52 अमेरिकियों को रिहा कर दिया।

1988 : स्वतंत्रता सेनानी भारत रत्न ख़ान अब्दुल गफ़्फ़ार ख़ान का निधन।

2009 : बराक ओबामा अमेरिका के 44वें राष्ट्रपति बने। वह यह पद ग्रहण करने वाले अफ्रीकी मूल के पहले अमेरिकी थे।

2018 : नेत्रहीनों के बीच खेले जाने वाले क्रिकेट विश्व कप में भारत ने लगातार दूसरी बार खिताबी जीत हासिल की।

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