तारक मेहता का उल्टा चश्मा की बबीताजी को कोर्ट से राहत, मुनमुन दत्ता के खिलाफ 5 FIR पर रोक लगाई
By अनिल शर्मा | Published: June 19, 2021 03:35 PM2021-06-19T15:35:50+5:302021-06-19T15:42:42+5:30
न्यायमूर्ति हेमंत गुप्ता और न्यायमूर्ति वी. रामसुब्रमण्यम की पीठ ने कहा, आप कहती हैं कि आप एक महिला हैं, लेकिन हमें बताएं कि क्या महिलाओं के पास पुरुषों की तुलना में बेहतर अधिकार हैं या उन्हें भी समान अधिकार हैं?
टीवी शो तारक मेहता का उल्टा चश्मा (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah) की बबीताजी यानी मुनमुन दत्ता (Munmun Dutta aka Babita Ji) के खिलाफ कथित रूप से जातिवादी गाली का इस्तेमाल करने के लिए आपराधिक कार्यवाही पर रोक लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा, आपने जो कहा वह एक पूरे समुदाय को बदनाम करने के लिए हो सकता है। कोर्ट ने उनके खिलाफ दर्ज हुई 5 एफआईआर पर रोक लगा दी है।
सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा?
न्यायमूर्ति हेमंत गुप्ता और न्यायमूर्ति वी. रामसुब्रमण्यम की पीठ ने कहा, आप कहती हैं कि आप एक महिला हैं, लेकिन हमें बताएं कि क्या महिलाओं के पास पुरुषों की तुलना में बेहतर अधिकार हैं या उन्हें भी समान अधिकार हैं?
मुनमुन के वकील ने दिया था ये तर्क
मुनमुन के वकील पुनीत बाली ने तर्क दिया कि पिछले महीने एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किए गए वीडियो में, दत्ता ने जानबूझकर 'भंगी' शब्द का इस्तेमाल नहीं किया था और इस शब्द का इस्तेमाल पश्चिम बंगाल में उन लोगों के लिए किया गया था जिन्होंने नशा किया था।
पीठ ने जवाब दिया कि यह सच नहीं है। शीर्ष अदालत ने मुनमुन के वकील को फटकार लगाते हुए कहा, आपको सूचित नहीं किया जा सकता है। हर कोई अर्थ जानता है। बांग्ला में एक ही शब्द का प्रयोग किया जाता है। वह कोलकाता में थी जब उसने यह कहा।"
रिपोर्ट्स के मुताबिक एक्ट्रेस के खिलाफ ये FIR राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र में दर्ज की गई थीं। उन पर अपने एक मेकअप वीडियो में जातिसूचक शब्दका इस्तेमाल करने का आरोप है।
क्या है मुनमुन का विवाद?
मुनमुन दत्ता ने पिछले महीने एक वीडियो पोस्ट किया था जिसमें वे मेकअप के बारे में बता रही थीं। मुनमुन ने वीडियो में कहा था, ‘मैं यूट्यूब पर आने वाली हूं। मैं अच्छा दिखना चाहती हूं। मैं किसी की तरह नहीं दिखना चाहती।' इसी वीडियो में उन्होंने दलित जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल किया था।