सुशांत सिंह को याद करके बेहद भावुक हुए अभिषेक कपूर, लिखा-काश तुम देख पाते, न्याय के लिए तुम्हारे फैंस कैसे लड़ रहे हैं..
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: September 11, 2020 04:24 PM2020-09-11T16:24:06+5:302020-09-11T16:24:06+5:30
अभिषेक कपूर की वो डायरेक्टर हैं जिसने सुशांत को बड़े पर्दे पर चमकने का पहला मौक़ा दिया। अभिषेक ने उन्हें काय पो चे से बॉलीवुड में ब्रेक दिया था।
सुशांत सिंह राजपूत के निधन को तीन महीने होने वाले हैं। अब इस की जांच सीबीआई, ईडी और एनसीबी कर रही है। सोशल मीडिया पर हर एक सुशांत का चाहने वाला एक्टर के लिए न्याय की मांग कर रहा है। जबकि सुशांत के करीबी भी लगातार एक्टर को याद करके भावुक हो रहे हैं। इसी बीच सुशांत की फिल्म केदारनाथ के डायरेक्टर अभिषेक कपूर ने हाल ही में एक ट्वीट किया है।
अभिषेक सुशांत के जाने से काफी दुखी हैं इस बात का अंदाजा फैंस को पहले से ही है। अभिषेक अब एक बार फिर से एक्टर को यार करके इमोशनल हो गए हैं। हाल ही मे अभिषेक ने सुशांत को याद करके एक इमोशनल ट्वीट किया है।
अभिषेक ने लिखा- काश, तुम यह जानते कि तुम्हारे फैंस तुम्हें कितना प्यार करते हैं। काश, तुमने कुछ ज़हरीले दिमाग के लोगों की बातों पर यक़ीन ना किया होता। काश, तुम देख पाते कि तुम्हारे फैंस न्याय के लिए कैसे लड़ रहे हैं। मैं तुम्हें यह कहते हुए लगभग सुन सकता हूं- जाने दो सर, काम बोलेगा।
How i wish u knew how much u were loved by ur fans. how i wish tht u were not made 2believe otherwise by some vicious https://t.co/JbQOCnYAlf i wish u could see how ur fans r fighting 2bring u justice..i can almost hear u say “jaane do sir, kaam bolega” https://t.co/gAQpvM0lyE
— Abhishek Kapoor (@Abhishekapoor) September 11, 2020
इतना ही नहीं अभिषेक ने इंस्टाग्राम पर लिखा- हमारा आख़िरी नाच केदारनाथ में इसी दिन तीन साल पहले शुरू हुआ था। मेरे भाई, साथ बिताए गये लम्हों की यादें अभी भी ज़हन में हैं।
सुशांत की फिल्म केदारनाथ 2018 में पर्दे पर रिलीज हुई थी। इस फिल्म से सारा अली खान ने अपने करियर की शुरुआत मिली थी। अभिषेक वह ही डायरेक्टर हैं जिन्होंने सुशांत को पहली बार पर्दे पर पेश ब्रेक दिया था। अभिषेक ने उन्हें काय पो चे से बॉलीवुड में ब्रेक दिया। इससे पहले सुशांत छोटे पर्दे के बड़े कलाकार हुआ करते थे। पवित्र रिश्ता से सुशांत का नाम घर-घर में पहुंच चुका था।