जीजा ने दिवंगत सुशांत सिंह राजपूत को मैसेज कर कहा था- 'मेरी पत्नी को अपनी समस्याओं से दूर रखो', अब सच आया सामने
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: August 5, 2020 07:03 AM2020-08-05T07:03:45+5:302020-08-05T07:03:45+5:30
सिद्धार्थ पिठानी ने सुशांत के जीजा ओपी सिंह की ओर से कथित तौर पर मिले व्हाट्सएप मैसेज को शेयर किया है। इस मैसेज ओपी सिंह सुशांत को समझाते नजर आ रहे हैं।
सुशांत सिंह राजपूत की अचानक हुई मौत ने जिस तरह उनके फैंस को चौंका दिया था, ठीक उसी तरह उनकी मौत के बाद लगातार हो रहे नए-नए खुलासे भी सबको चकित कर रहे हैं। सुशांत के परिवार वाले रिया चक्रवर्ती को दोष दे रहे हैं। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है। इसके बाद तेजी से बदले घटनाक्रमों में कई तरह के आरोप-प्रत्यारोपों का दौर शुरू हो गया है।
अब सुशांत के दोस्त और फ्लैटमेट सिद्धार्थ पिठानी ने अभिनेता के जीजा ओ.पी. सिंह के व्हाट्सऐप्प मैसेज शेयर किए हैं। इनसे पता चलता है कि सुशांत के जीवन में कुछ तो विपरीत चल रहा था, जिससे उनका परिवार भी वाकिफ था। सुशांत का परिवार उनकी कंपनी, दोस्तों और एक्टिविटीज से बिल्कुल खुश नहीं था। सुशांत अपने परिवार के संपर्क में नहीं थे। इसलिए ये मैसेजेस सुशांत के जीजा ने पिठानी के नंबर पर भेजे थे।
सुशांत केस में रोज हो रहे नए खुलासे
पिठानी द्वारा शेयर किए गए मैसेज में सुशांत के जीजा ओ.पी. सिंह ने लिखा है, ''मैं चंडीगढ़ पहुंच गया हूं। मुंबई में आमंत्रित करने के लिए शुक्रिया। मुझे पुराने दोस्तों से मिलने का मौका मिला। आप पर अपने जीवन, करियर या घर की जिम्मेदारी नहीं है। मुझे खुशी है कि मैंने आपकी स्थिति का सही अनुमान लगाया और उसी के मुताबिक अपनी यात्रा की प्लानिंग की।''
सुशांत और रिया के रिशते से खुश नहीं थे घरवाले
दूसरे मैसेज में उन्होंने लिखा, ''कृपया मेरी पत्नी को अपनी समस्याओं से दूर रखो। ये सब तुम्हारी संगत, खराब आदतों और मिसमैनेजमेंट की वजह से हो रहा है। मेरी पत्नी बहुत अच्छी है और मैं ये सुनिश्चित करना चाहता हूं कि वो बेवजह परेशान न हों। इस वक्त अगर कोई तुम्हारी मदद कर सकता है तो वो मैं हूं और मैं अवेलेबल हूं। अगर जरूरत लगे तो जो भी तुम्हारा इन-चार्ज हो, तुम्हारी गर्लफ्रेंड, उसका परिवार या तुम्हारे मैनेजर, उनसे कहना कि मेरे ऑफिस से बात करके आपसी सहमति से कोई व्यवस्था तय करें। मैसेज भेजने का मेरा मकसद इस मुद्दे पर अपने विचार रखने का था। अगर तुम्हें ये गैरजरूरी लगता है तो इग्नोर कर देना।