लता मंगेशकर ने क्रिकेट से जुड़े सवाल का जवाब नहीं देने पर शर्मिला टैगौर को लगाई थीं डांट, जानिए किस्सा
By अनिल शर्मा | Published: February 9, 2022 06:38 AM2022-02-09T06:38:37+5:302022-02-09T06:38:37+5:30
शर्मिला टैगोर ने खुलासा किया है कि लता मंगेशकर एक बार क्रिकेट के बारे में उनकी जानकारी की कमी के बहुत परेशान हो गई थीं।
मुंबईः लता मंगेशकर अब इस दुनिया में नहीं हैं। देश-दुनिया के तमाम लोग उनको अपने-अपने किस्सों-यादों के जरिए श्रद्धांजलि दे रहे हैं। उनके साथ के बिताएं पलों और तस्वीरों को साझा कर रहे हैं। इस बीच दिग्गज अभिनेत्री शर्मिला टैगोर ने भी लता संग बिताए पलों और बातों को याद किया और बताया कि कैसे वह संगीत की दुनिया से परे भी चीजों में दिलचस्पी लेती थीं। उनकी जानकारियां रखती थीं। इनमें से एक क्रिकेट भी था। दिवंगत गायिकी इसमें काफी दिलचस्पी लेती थीं।
फीवर एफएम के आरेज स्तुति से बात करते हुए शर्मिला टैगोर ने खुलासा किया है कि लता मंगेशकर एक बार क्रिकेट के बारे में उनकी जानकारी की कमी के बहुत परेशान हो गई थीं। अभिनेत्री की मानें तो लता ने इसके लिए उन्हें डांट भी लगाई थी। गौरतलब है कि शर्मिला टैगोर की शादी दिवंगत क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी से हुई थी, जो काफी समय तक इंडिया टीम का हिस्सा रहे थे।
शर्मिला ने बताया कि लता ने कैसे एक बार उनसे क्रिकेट से जुड़ी बातचीत में उनकी गलतियों को पकड़ लिया और इसके लिए उनको बहुत कुछ कहा भी। बकौल शर्मिला- "वह (लता) क्रिकेट को लेकर इतनी पागल थीं, न केवल एक दर्शक के रूप में, बल्कि क्रिकेट की बारीकियां भी जानती थीं।"
क्रिकेट को लेकर अपनी ऐसी ही एक बातचीत को साझा करते हुए शर्मिला ने कहा, "उन्होंने(लता) ने मुझसे कुछ पूछा। और मैं जवाब नहीं दे सकी। और वह मेरे साथ बहुत क्रॉस हो गईं और बोलीं किं 'आप क्यों नहीं जानती हैं? आपको पता होना चाहिए।' मैंने कहा, 'ठीक है, मेरे पति एक क्रिकेटर हैं, मैं नहीं हूं'। लता ने इसपर कहा था, 'नहीं, लेकिन फिर भी, आपको मालूम होना चाहिए इसके बारे में।' मुझे उन्होंने ठीक से डांटा। था ।
शर्मिला ने यह भी याद किया कि 1983 विश्व कप जीतने के बाद मंगेशकर और उनके भाई ने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए फंड जुटाया था। शर्मिला ने बताया, "वह क्रिकेट की बहुत शौकीन थीं। उन्होंने टीम के लिए 20 लाख रुपए जुटाए थे और हर एक खिलाड़ी को 1-1 लाख दिए गए थे। शर्मिला ने बताया कि लता सचिन तेंदुलकर के भी बहुत करीब थीं और कभी-कभी जन्मदिन और विशेष अवसरों पर उनसे मिलती थीं। वह उन्हें 'आई' (माँ) कहकर बुलाते थे, जिसे उन्होंने एक बार कहा था कि यह उनके जीवन का अविस्मरणीय दिन है।
गौरतलब है कि लता की रविवार को मल्टीपल ऑर्गन फेल्योर से मौत हो गई। वह 92 वर्ष की थीं और कोविड-19 और निमोनिया से पीड़ित होने के बाद 8 जनवरी से मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थीं। रविवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार शिवाज पार्क में किया गया। अंतिम संस्कार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कई अन्य हस्तियां भी शामिल हुईं।