Shakuntala Devi Review: सशक्त महिला की सोच को पेश करती है शकुंतला देवी, विद्या की शानदार एक्टिंग जीत लेती दिल
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: July 31, 2020 10:55 AM2020-07-31T10:55:59+5:302020-07-31T13:35:38+5:30
मैथ्स जीनियस शकुंतला देवी के किरदार को विद्या बालन ने स्क्रीन पर भरपूर जीया है। उनके सशक्त अभिनय के साथ वाकई आपको मैथ्स भी बेहद दिलचस्प लगने लगेगा।
निर्देशक : अनु मेनन
कलाकार: विद्या बालन, सान्या मल्होत्रा, अमित साध, जिशु सेनगुप्ता
स्टार- 3
विद्या बालन एक बार फिर से पर्दे पर धमाल करने को तैयार हैं। विद्या की नई फिल्म शकुंतला देवी आज अमेजन प्राइम पर रिलीज हो गई है। इस फिल्म का काफी समय से फैंस को इंतजार था। फिल्म में विद्या ने मैथ्स की जीनियस और ह्यूमन कंप्यूटर के नाम से मशहूर शकुंतला देवी का रोल निभाया है, जो मैथ्स के सवालों को चुटकियों में सॉल्व कर लेती हैं। फिल्म में उनके अलावा सान्या मल्होत्रा, अमित साध, जिशु सेनगुप्ता जैसे सितारों ने काम किया है। यह फिल्म आपको एंटरटेनमेंट-ड्रामा की फुल गारंटी देता है।
क्या है फिल्म की कहानी
शकुंतला देवी की कहानी बेंगलूरु के पास के एक गांव की है। जब शकुंतला 5 साल की होती है तो उसको गणित को लेकर अपने टैलेंट के बारे में पता लगता है। लेकिन गरीबी के चलते शकुंतता के पिता उसके इस टैलेंट को अपना रोजगार बना लेते हैं। शकुंतला से लगातार शो करवाए जाते हैं और उन्हीं पैसों से घर खर्च चलाया जाने लगता है।लेकिन इसी दौरान कुछ ऐसा होता है कि शकुतंला को अपने पिता से नफरत हो जाती है।
बड़े होते होते शकुंतला कई बड़े मुकाम पा लेती है।इस दौरान उसको प्यार भी हो जाता है लेकिन इसमें उसको धोखा मिलता है। यहीं से शकुंलता की जिंदगी में नया मोड़ आता है। वह लंदन पहुंचती हैं, जहां उनकी प्रतिभा को नए पंख मिलते हैं। फिल्म में शकुंतला देवी और उनकी बेटी के रिश्ते के बीच खटास को भी बखूबी दिखाया गया है। बाकी शकुंतला देवी के बारे में और जानने के लिए आपको पूरी फिल्म देखनी होगी।
फिल्म का डायरेक्शन
डायरेक्टर अनु मेनन की शकुंतला देवी आपको पहले ही सीन से इंप्रेस करेगी। डायरेक्टर ने शकुंतला के जीवन को बहुत ही खूबसूरती के साथ पर्दे पर उतारा है।अनु मेनन ने फिल्म का बेहतरीन डायरेक्शन किया है। फिल्म के गाने भी सिचुएशन के हिसाब से सटीक बैठते हैं। फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर भी काफी अच्छा है।
स्टार्स की एक्टिंग
शकुंतला देवी के बचपन का रोल निभाने वाली अरायना नंद ने विद्या न सिर्फ शकुंतला देवी के बचपन की जीवंत झलक दिखाई बल्कि विद्या बालन के लिए भी एक अच्छी ओपनिंग सेट की है। विद्या पर्दे हमेशा इतनी सहज होती हैं कि वह रोल में ढल जाती हैं और लगता है कि वो नहीं होतीं तो इस किरदार को कोई और निभा ही नहीं पाता। यही बात शकुंतला देवी के साथ भी है। बात बाकी के कलाकारों की करें तो सान्या मल्होत्रा की तारीफ इस बात पर होनी चाहिए कि विद्या की बेहतरीन परफॉर्मेंस के आगे वह अपनी ध्यान खींच लेती हैं। उनमें भी अपनी मां की तरह गुस्सा और इमोशन, दोनों ही बखूबी दिखते हैं।