बुजुर्ग कलाकारों पर शूटिंग की रोक जारी, तो जमकर बरसीं शबाना आजमी
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: July 11, 2020 02:32 PM2020-07-11T14:32:26+5:302020-07-11T14:33:41+5:30
कोरोना के कहर के बीच लोगों का जीवन धीरे धीरे पटरी पर लौट रहा है लेकिन सरकार ने 10 साल से कम बच्चे और बुजर्गों को घर में रहने के आदेश दिए हैं।
फिल्म निर्देशक अशोक पंडित ने सिने मजदूरों के महासंघ ने 65 साल से ऊपर के कलाकारों को शूटिंग पर प्रतिबंधित करने का नियम लागू करवा दिया है। इससे हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में बखेड़ा खड़ा हो गया है। शबाना आजमी, परेश रावल, जैसे कई कलाकार सरकार की तरफ से इन दिशा निर्देशों पर बिना सोचे समझे मुहर लगाए जाने पर सवाल उठा रहे हैं। हेमा मालिनी ने इस बाबत केंद्र सरकार को पत्र भी लिखा है।
केंद्र सरकार की तरफ से कोरोना को एडवाइजरी जारी की गई है। जिसके अनुसार 65 साल से अधिक के बुजुर्गों और 10 साल से कम के बच्चों से घर के भीतर ही रहने को कहा जा रहा है। फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्पलाइज ने अपने मुख्य सलाहकार अशोक पंडित की अगुआई में जब महाराष्ट्र सरकार को लॉकडाउन के बाद शूटिंग शुरू होने की बाबत अपनी सुझाव दिए हैं। और 65 साल के ऊपर के कलाकारों को शूटिंग पर आने की अनुमति न देना भी शामिल रहा।
शबाना आजमी ने सरकार के इस नियम को भेदभाव पूर्ण कहा है। शबाना का कहना है कि विकास खन्ना के द्वारा बनाई जा रही फिल्म का एक छोटा सा हिस्सा अभी उनका शूट होना बाकी है। अब क्या होगा इस प्रोजेक्ट का? क्या निर्माताओं को जवान कलाकारों के बाल सफेद करके उनसे अभिनय करवाना चाहिए? और यह नियम सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री पर ही क्यों लागू है? राजनीति पर क्यों नहीं? ऐसे में तो उन्हें यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि 65 साल से ऊपर का कोई भी नेता किसी भी राजनीतिक रैली में शामिल नहीं होगा या घर से बाहर नहीं निकलेगा।'
वहीं, इस मामले पर परेश रावल ने भी सवाल खड़े किए हैं। परेश ने कहा है कि फिल्म निर्माताओं को चाहिए कि वह फिल्मों के सेट पर आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था करवाएं साथ ही लगातार सेट को सैनिटाइज करवाते रहें। बहुत से ऐसे डॉक्टर और नर्स हैं जिनकी उम्र 65 साल से ऊपर है लेकिन फिर भी वह अपना काम करने में लगे हुए हैं।