जिंदगी में रोशनी के अभियान पर सलोनी, उठाया सराहनीय कदम
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: January 8, 2019 08:29 AM2019-01-08T08:29:50+5:302019-01-08T08:29:50+5:30
उद्यमी और समर्पित समाजसेवी सलोनी भल्ला ने शनिवार को कर्जत के पास एक आदिवासी गांव भिलावले के लोगों को चश्मों के निशुल्क वितरण के कार्यक्रम का आयोजन किया
उद्यमी और समर्पित समाजसेवी सलोनी भल्ला ने शनिवार को कर्जत के पास एक आदिवासी गांव भिलावले के लोगों को चश्मों के निशुल्क वितरण के कार्यक्रम का आयोजन किया. सलोनी और उनकी 'सी चेंज' परियोजना की टीम ने ऐसे 100 परिवारों के घरों का दौरा किया, जिन परिवारों में आंखों की नियमित जांच की आर्थिक या अन्य कारणों से उपेक्षा की जाती है.
100 घरों में चश्मों के वितरण से पहले सलोनी के साथ आए स्वयंसेवकों ने गांव वालों को 'लोकमत' के अंक वितरित किए और फिर उनकी जरूरत के मुताबिक पढ़ने के लिए चश्मों का वितरण किया. निरक्षर वृद्ध महिलाओं को सुई में धागे डालने का काम देते हुए जरूरत के मुताबिक चश्मे दिए गए. मुंबई से केवल डेढ़ घंटे की दूरी पर स्थित सि इलाके में आंखों का एक भी डॉक्टर नहीं है.
लोगों को आंखों के इलाज के लिए मुंबई के उपनगरों तक जाना पड़ता है. सलोनी ने बताया कि वह चाहती हैं कि आदिवासी गांव के लोग भी उम्र बढ़ने के बाद भी पढ़ने, सिलाई जैसे कामों के साथ सक्रिय बने रहें. मैनेजमेंट कंसल्टेंट डेलॉइट से जुड़ी सलोनी दृष्टिबाधित लोगों के लिए वक्त-वक्त पर कार्यशालाएं आयोजित करती रहती हैं.
सलोनी 'सी चेंज प्रोजेक्ट' की संस्थापक हैं. यह परियोजना नेशनल एसोसिएशन ऑफ ब्लाइंड से संबद्ध है. परियोजना के तहत दृष्टिबाधित, दृष्टिहीन उम्मीदवारों को शीर्ष कंपनियों में नौकरियों के लिए प्रशिक्षण और मार्गदर्शन दिया जाता है.