भूखे-प्यासे मजदूरों से किराया लेने की बात पर रितेश देशमुख ने कहा- हमें प्रवासियों को घर वापस भेजने का खर्च...
By अमित कुमार | Published: May 4, 2020 05:38 PM2020-05-04T17:38:08+5:302020-05-04T17:38:08+5:30
सरकार के इस फैसले पर बॉलीवुड एक्टर रितेश देशमुख ने ट्वीट कर अपनी राय दी है। गोद में अपनी मां को उठाए सड़क पर जा रहे एक मजदूर की तस्वीर शेयर कर रितेश ने बड़ी बात कही है।
कोरोना वायरस का कहर भारत में तेजी के साथ बढ़ता जा रहा है। सरकार इस महामारी से बचने के लिए देश में लॉकडाउन को लगातार बढ़ा रही है। ऐसे में दूसरे राज्यों के मजदूर लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है। लोगों की बढ़ती मुश्किलों को देखते हुए शहरों में फंसे मजदूरों को वापस भेजने के लिए सरकार ने विशेष ट्रेन की व्यवस्था की है। लेकिन रिपोर्ट्स की मानें तो इसका किराया सरकार मजदूरों से वसूला जाएगा।
सरकार के इस फैसले पर बॉलीवुड एक्टर रितेश देशमुख ने ट्वीट कर अपनी राय दी है। गोद में अपनी मां को उठाए सड़क पर जा रहे एक मजदूर की तस्वीर शेयर कर रितेश ने बड़ी बात कही है। इस फोटो को शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, "एक देश के तौर पर हम सबको मिलकर आगे आना चाहिए और इस मुश्किल घड़ी में प्रवासियों को घर वापस भेजने का खर्च उठाना चाहिए। रेल सेवा फ्री होनी चाहिए।'
उन्होंने आगे लिखा, 'कोरोना वायरस के कारण गरीब लोग अभी वैसे ही परेशान हैं। बिना भुगतान और बिना आश्रय के बोझ तले दबते जा रहे ऐसे लोगों की मदद के लिए हम सबको आगे आना होगा।' रितेश देशमुख के इस ट्वीट को फैंस खूब पसंद कर रहे हैं। इसके साथ ही कमेंट कर अपनी राय भी रख रहे हैं। रितेश सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं और दिलेरी से अपनी बात रखते हैं।
We as a country should bear the cost of migrants going back to their homes. Train services should be free. They (Labourers) are already burdened with no pay & no place to stay compounded with the fear of #covid19 infection. pic.twitter.com/lKK5KfKz7u
— Riteish Deshmukh (@Riteishd) May 4, 2020
बता दें कि रेलवे ने 2 मई (शनिवार) को आठ राज्यों से लगभग 10,000 प्रवासी मजदूरों को उत्तर प्रदेश, झारखंड और बिहार में उनके घर तक पहुंचाने के लिए 10 ट्रेनें चलाईं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इन आठ राज्यों- तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, केरल, राजस्थान, महाराष्ट्र और गुजरात के अनुरोध पर ट्रेन चलाने की योजना बनाई गई।