पाकिस्तान में 102 साल पुरानी है ऋषि कपूर की हवेली, मरने से पहले एक बार जाना चाहते थे एक्टर

By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: May 1, 2020 02:48 PM2020-05-01T14:48:43+5:302020-05-01T14:48:43+5:30

ऋषि कपूर 1990 तक पेशावर में अपने पैतृक स्थान ‘कपूर हवेली’ गए थे जहां उनके दादा पृथ्वीराज और उनके पिता राजकपूर पैदा हुए थे।

rishi kapoor death he want again revisit to pakistan | पाकिस्तान में 102 साल पुरानी है ऋषि कपूर की हवेली, मरने से पहले एक बार जाना चाहते थे एक्टर

पाकिस्तान में 102 साल पुरानी है ऋषि कपूर की हवेली, मरने से पहले एक बार जाना चाहते थे एक्टर

Highlightsएक्टर ऋषि कपूर के निधन से केवल देश ही नहीं दुनियाभर में फैंस दुखी हैंपाकिस्तान के कलाकार और लोग भी एक्टर के निधन से दुखी हैं

एक्टर ऋषि कपूर के निधन से केवल देश ही नहीं दुनियाभर में फैंस दुखी हैं। पाकिस्तान के कलाकार और लोग भी एक्टर के निधन से दुखी हैं। ऋषि कपूर का पाकिस्तान से बहुत ही पुराना रिश्ता है। कपूर खानदान की हवेली अब भी पाकिस्तान में मौजूद है। पेशावर के किस्सा ख्वानी बाजार में कपूर हववेली है।

ऋषि कपूर के दादा और ग्रेट एक्टर पृथ्वीराज कपूर का जन्म इसी हवेली में हुआ था। इसके बाद इसी हवेली में उनके बेटे राज कपूर का भी जन्म हुआ था। इस हवेली को कपूर हवेली कहा जाता है। 2018 में हवेली को म्यूजियम बना दिया गया है।

इस हवेली का निर्माण 1918 से 1922 के बीच हुआ था। पृथ्वीराय कपूर के पिता बशेश्वरनाथ ने इसको बनवाया था, वह एक सब इंस्पेक्टर हुआ करते थे। ये हवेली 5 मंजिल की हुआ करती थी लेकिन भूकंप के बाद इसके कुछ इसके ध्वस्त हो गए थे।

ऋषि कपूर 1990 तक पेशावर में अपने पैतृक स्थान ‘कपूर हवेली’ गए थे जहां उनके दादा पृथ्वीराज और उनके पिता राजकपूर पैदा हुए थे। कपूर परिवार 1947 में भारत विभाजन के बाद भारत आ गया था। उनके निधन की खबर से पेशावर में लोगों में शोक की लहर दौड़ गयी। 

साल 2016 में ऋषि कपूर ने अपनी एक पुरानी तस्वीर शेयर की थी जिसमें वह पेशावर हवेली में खड़े दिखाई दिए। उन्होंने लिखा था, 'किसी ने ये भेजी थी। तस्वीर में रणधीर और मैं पेशावर में कपूर हवेली के बाहर दिख रहे हैं। जैसा तस्वीर में दिख रहा है कि हमारा गर्मजोशी से स्वागत किया गया था।' 


2017 में एक ट्वीट में ऋषि कपूर ने लिखा, 'मैं 65 साल का हूं और मरने से पहले पाकिस्तान देखना चाहता हूं। मैं चाहता हूं कि मेरे बच्चे अपनी जड़ें देखें।'

कई लोग उनके निधन पर अपना दुख प्रकट करने कपूर हवेली पर गए। पेशावर के निवासी परवेज अहमद ने कहा, ‘‘ हमारा ऋषि कपूर से कोई संबंध नहीं था लेकिन फिल्मी हीरो के रूप में उन्हें बचपन से देखने और उनका संबंध मेरी जन्म भूमि से होने के कारण मैं उन्हें पसंद करता हूं।’’ 

कई पाकिस्तानी स्टारों ने भी सोशल मीडिया पर उनके निधन पर दुख प्रकट किया। हिना फिल्म से बॉलीवुड में कदम रखने वालीं जेबा बख्तियार ने इंस्टाग्राम पर अभिनेता के साथ अपना फोटो साझा किया। हिना में ऋषि कपूर अहम किरदार में थे। जेबा ने उन्हें अपना मार्गदर्शक, प्रेरणास्रोत और मित्र बताया।

Web Title: rishi kapoor death he want again revisit to pakistan

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