Pyaari-Tarawali The True Story review: महिला सशक्तिकरण पर फोकस!, भारतीय समाज, हिंदुस्तानी सभ्यता की झलक, पढ़िए

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 25, 2023 02:34 PM2023-10-25T14:34:25+5:302023-10-25T15:02:28+5:30

Pyaari-Tarawali The True Story: 27 अक्टूबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली फिल्म "प्यारी तरावली द ट्रू स्टोरी" भी आज की नारी और उसकी सोच पर बेस्ड है। 

Pyaari-Tarawali The True Story review How is Dolly Tomar,Rajneesh Dubey's picture Read review Release October 27-2023 | Pyaari-Tarawali The True Story review: महिला सशक्तिकरण पर फोकस!, भारतीय समाज, हिंदुस्तानी सभ्यता की झलक, पढ़िए

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Highlightsमहिलाओं के प्रति लोगों और समाज की सोच को बदला जा सकता है। फिल्म में महिला सशक्तिकरण के अलावा और भी काफी कुछ देखने को मिला है।

Pyaari-Tarawali The True Story: आजकल लीक से हटकर सिनेमा बनाया जाने लगा है। महिला सशक्तिकरण और औरतों की आज़ादी के विषय पर पिछले एक दशक में कई फिल्में बनी हैं, लेकिन यह सब्जेक्ट ऐसा है जिसपर बहुत कुछ अनकहा और अनछुआ रह जाता है।

27 अक्टूबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली फिल्म "प्यारी तरावली द ट्रू स्टोरी" भी आज की नारी और उसकी सोच पर बेस्ड है। इस तरह की कहानियों से ऐसी फिल्मों से महिलाओं के प्रति लोगों और समाज की सोच को बदला जा सकता है। डॉली तोमर और रजनीश दुबे की मुख्य भूमिका से सजी यह फ़िल्म रियल घटना पर बेस्ड है।

लेकिन इस फिल्म में महिला सशक्तिकरण के अलावा और भी काफी कुछ देखने को मिला है। इस फिल्म को देखकर अंदाजा लगया जा सकता है कि वुमन ओरिएंटेड सब्जेक्ट पर फिल्में बनाना वास्तव में बहादुरी और हिम्मत का काम है। फ़िल्म प्यारी में आपको प्यारी नाम की महिला की ज़िंदगी और उससे जुड़े रिश्तों की स्टोरी देखने को मिलेगी।

फ़िल्म भले ही एक बागी, विद्रोही, अपनी बात रखने वाली औरत का किस्सा सुनाती है, मगर फ़िल्म में भारतीय समाज, हिंदुस्तानी सभ्यता की झलकियां स्पष्ट रूप से नज़र आती हैं। लेखक निर्देशक रजनीश दुबे की यह फिल्म प्यारी (डॉली तोमर) पर केंद्रित है, जिसकी दो बार शादी हो चुकी है।

उसकी मां उसे खरी खोटी सुनाती रहती है कि तुझे ससुराल में कोई कुछ कह देता है और तू भागकर मायके चली आती है। मगर प्यारी के पिता बड़े प्यारे हैं जो उसके साथ खड़े हैं। स्टोरी में ट्विस्ट तब आता है जब गांव के एक साधारण लड़के लक्ष्मण (रजनीश दुबे) का दिल बेहद सुंदर प्यारी पर आ जाता है और वह किसी भी तरह उससे शादी करने को तैयार हो जाता है।

प्यारी बडी मुश्किल से लक्ष्मण को अपना जीवनसाथी बनाने के लिए राज़ी होती है मगर एक बार फिर वह गुमशुदा हो जाती है। अब आगे की कहानी उसकी तलाश में बढ़ती है। क्यों भागी प्यारी? कहां गई प्यारी? वह बार बार क्यों शादी करके भाग जाती थी? इन तमाम रहस्यों का पर्दा तब उठेगा जब आप पिक्चर को आखरी सीन तक देखेंगे। फ़िल्म का क्लाइमेक्स दर्शकों को चौंका देगा।

देखा जाए तो वास्तव में यह एक ऐसी फ़िल्म है जिसमें हर एक किरदार एक दूसरे का पूरक है। फ़िल्म की राइटिंग पर मेहनत की गई है। चाहे चरित्रों को क्रिएट करना हो, या लोकेशन्स को रियल रखना हो, या फिर संवाद को जानदार रखना हो, हर एक पहलुओं पर बड़ी गम्भीरता से काम किया गया है जिसका रिज़ल्ट इस सिनेमा में दिखता है।

सभी कलाकारों की अद्भुत अदाकारी और रियल लोकेशन्स पर फिल्मांकन की वजह से यह पिक्चर एकदम रियलिस्टिक टच लिए हुए है। प्यारी हर एक पहलू पर कामयाब नजर आती है। सबसे पहले पटकथा की बात करें तो काफी अर्से बाद ऐसी सधी हुई स्क्रिप्ट सामने आई है जो आरम्भ से क्लाइमेक्स तक दर्शकों को जोड़े रखती है और ऑडिएंस को कैरेक्टर्स की जर्नी के साथ ले चलती है।

फ़िल्म में और भी कई ऐसे सरप्राइज है जो कहानी में मोड़ लाते हैं। रजनीश दुबे की पटकथा सराहनीय है क्योंकि फ़िल्म की स्टोरी कहीं पर भी बिना बोझिल हुए तेजी से आगे बढ़ती है। फ़िल्म का क्लाइमेक्स थ्रिल से भरा है। डॉली तोमर ने प्यारी के चुनौती भरे किरदार को बड़ी शिद्दत से अदा किया है। उनके इंट्रो सीन से लेकर क्लाइमेक्स तक के दृश्य में वह एकदम नेचुरल लगती हैं।

कहा जा सकता है कि उनकी कास्टिंग का फैसला ठीक रहा। फ़िल्म में कुछ ऐसे दृश्य और शॉट्स भी हैं जहां उन्हें अपने चेहरे के एक्सप्रेशंस और अपनी आंखों से ही बातें करनी हैं और ऐसे दृश्यों में भी डॉली ने एक अद्भुत अदाकारा होने का सबूत पेश किया है। रजनीश दुबे ने भी प्रभावित किया है।

बॉबी वत्स ने ग्रे शेड वाले चरित्र को अच्छा निभाया है। उदय अतरौलिया और सत्या अग्निहोत्री भी अपने चरित्रों की आत्मा में उतरते दिखाई देते हैं। प्यारी वास्तव में एक अच्छी तरह से बनाया गया सिनेमा है। फ़िल्म देखकर आप रजनीश दुबे की राइटिंग और उनके निर्देशन का लोहा मान लेंगे। फ़िल्म का म्युज़िक बहुत शानदार है जो स्टोरी को आगे लेकर जाता है। ऐसे सिनेमा को देखा जाना जरूरी है ताकि आप स्क्रीनप्ले का कमाल, निर्देशन का जादू और सहज अभिनय के महत्व को समझ सकें।

Pyaari-Tarawali The True Story:

फिल्म रिव्यू: प्यारी तरावली द ट्रू स्टोरी
ऐक्टर्स ; डॉली तोमर, बॉबी वत्स, रजनीश दुबे, उदय अतरौलिया और सत्या अग्निहोत्री
डायरेक्टर: रजनीश दुबे
प्रोड्यूसर ; कल्पना राजपूत, अमित गुप्ता 
शैली: ड्रामा थ्रिलर
स्टार रेटिंग: 4/5
रिलीज़: 27 अक्टूबर, 2023

Web Title: Pyaari-Tarawali The True Story review How is Dolly Tomar,Rajneesh Dubey's picture Read review Release October 27-2023

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