पिता के शव के पास बैठे बच्चे की Photo शेयर कर बॉलीवुड प्रोड्यूसर ने किया ट्वीट, लिखा- पागलपन का यह चक्र हमेशा चलता रहेगा...
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: February 28, 2020 04:19 PM2020-02-28T16:19:09+5:302020-02-28T16:19:09+5:30
अतुल कास्बेकर (Atul Kasbekar) ने दिल्ली हिंसा से जुड़ी एक फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की है, जो सबका खूब ध्यान खींच रही है
नागरिकता संशोधन कानून के मुद्दे पर उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा में अब तक 42 लोगों की मौत हो गई है जबकि 200 लोग घायल विभिन्न अस्पतालों में इलाज करवा रहे हैं। गृह मंत्रालय के अनुसार उत्तर-पूर्वी दिल्ली में पिछले 36 घंटों में हिंसा की घटनाओं में कमी आ गई है। शुक्रवार (28 फरवरी) को उत्तर-पूर्वी दिल्ली में दस घंटे की ढील दी जाएगी। इस इलाके में एक महीने धारा-144 लागू है।हाल ही में बॉलीवुड प्रोड्यूसर अतुल कास्बेकर (Atul Kasbekar) ने दिल्ली हिंसा से जुड़ी एक फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की है।
अतुल ने जो फोटो शेयर की वो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है।इस फोटो में एक बच्चा अपने पिता के शव के आगे बैठा रोता हुआ नजर आ रहा है। खबर के अनुसार यह फोटो दिल्ली हिंसा का शिकार हुए मुदस्सिर खान की है, जिन्हें सोमवार को कुछ दंगाइयों ने मौत के घाट उतार दिया था।
ऐसे में इस फोटो को शेयर करते हुए बॉलीवुड प्रोड्यूसर अतुल कास्बेकर ने ट्वीट में लिखा है कि ये फोटो दिल तोड़ने वाली है। प्रोड्यूसर ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि इस तस्वीर ने मेरा दिल तोड़ दिया है और अगर यह लड़का गुस्से की भावना के साथ बड़ा होता है और प्रतिशोध की मांग करता है तो उसे कौन दोषी ठहरा सकता है? पागलपन का यह चक्र हमेशा चलता रहेगा। और अगर आपके भगवान और उनके सिद्धांत इसे उचित ठहराते हैं तो यह समय प्रार्थना को रोकने का है।
This image broke my heart
— atul kasbekar (@atulkasbekar) February 28, 2020
And if this boy grows up with a justified sense of rage and sought vengeance, then who could blame him?
The never ending cyclic madness continues
And if your ‘god’ and his teachings interpreted by whoever justifies this, it’s time then to stop praying pic.twitter.com/kGO2zt0VnJ
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में भड़की उत्तर पूर्वी दिल्ली हिंसा में अब तक 42 लोगों की मौत हो चुकी है। आज अधिकतर इलाकों में शांति है। पुलिस का दावा है कि हालात सामान्य हैं। पुलिसबल दंगा प्रभावित इलाकों में लगातार फ्लैग मार्च कर रही है। घायलों की संख्या 200 के पार है। हिंसा में कथित भागीदारी को लेकर 106 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 48 प्राथमिकियां दर्ज की हैं। गिरफ्तार सारे लोग स्थानीय हैं। दिल्ली में हिंसा 23 फरवरी की शाम से भड़की थी।