JNU के छात्रों पर पुलिस ने की लाठीचार्ज तो भड़की बॉलीवुड की ये एक्ट्रेस, कहा-क्या वह भूल जाते हैं कि...
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: November 20, 2019 10:43 AM2019-11-20T10:43:34+5:302019-11-20T11:18:30+5:30
जेएनयू छात्रों के साथ हुए इस व्यवहार को लेकर दिल्ली पुलिस की हर जगह निंदा की जा रही है। सोशल मीडिया पर भी इसको लेकर जमकर रिएक्शन्स आ रहे हैं।
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में छात्रों का विरोध प्रदर्शन हर तरफ चर्चा का विषय बना हुआ है। जेएनयू के छात्र बढ़ी हुई हॉस्टल फीस के विरोध में हैं। हालांकि विरोध के बाद फीस बढ़ोत्तरी को आंशिक रूप से वापस लेने का फैसला लिया है। वहीं, सोमवार को नए नियमों के विरोध में छात्रो का आक्रोश देखने को मिला। छात्रो में मार्च निकाल कर पूरे दिन बवाल मचाया। छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज की।जिसमें कई छात्र घायल हो गए। ऐसे में इस पूरे घटनाक्रम पर एक्ट्रेस पूजा भट्ट का गुस्सा फूटा है।
जेएनयू छात्रों के साथ हुए इस व्यवहार को लेकर दिल्ली पुलिस की हर जगह निंदा की जा रही है। सोशल मीडिया पर भी इसको लेकर जमकर रिएक्शन्स आ रहे हैं। इस पर एक्ट्रेस पूजा भट्ट ने भी अपनी प्रतिक्रिया पेश की है।
Education is not a privilege. It is as much of a right as breathing clean air. Very disturbing to see the police behave in this brutal manner with students from #JNU. Do they forget that their primary duty is to serve and protect? Why resort to violence? Against students? Tragic.
— Pooja Bhatt (@PoojaB1972) November 19, 2019
पूजा भट्ट ने जेएनयू छात्रों का सपोर्ट किया है और दिल्ली पुलिस पर निशाना साधा है। पूजा ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि शिक्षा कोई विशेषाधिकार नहीं है, इस पर सबका उतना ही अधिकार है, जितना साफ हवा में सांस लेना। जेएनयू के छात्रों के साथ पुलिस को ऐसा बर्बरता से बर्ताव करना बेहद परेशान करने वाला है। क्या वह भूल जाते हैं कि उनका प्राथमिक कर्तव्य सेवा और सुरक्षा करना है, हिंसा का सहारा क्यों? छात्रों के खिलाफ?
पूजा के इस ट्वीट पर लोगों की जमकर प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ लोग पूजा के सपोर्ट में ट्वीट कर रहे हैं तो कुछ पूजा को विपक्ष में ट्वीट कर रहे हैं।
वहीं, इससे पहले स्वरा भास्कर ने कहा था कि एक टैक्सपेयर होने के नाते मुझे कोई दिक्कत नहीं है कि मैं मेहनत से कमाया हुआ पैसा सब्सिडाइज्ड एजुकेशन के लिए दूं। फिर भी मुझे लगता है कि हमारा देश ऐसा देश है जहां गरीबी है। जहां आज भी अनेकों परिवार गरीबी रेखा के नीचे आते हैं।पब्लिक फंडिंग से शिक्षा और उच्च शिक्षा के लिए अधिक से अधिक लोग अपने हिसाब से शिक्षा ले पाएंगे। उच्च शिक्षा के लिए पब्लिक फंडिंग जरूर होना चाहिए। लोगों का संवैधानिक अधिकार है शिक्षा।
जेएनयू छात्रों को फ्री लोडर्स बताए जाने पर स्वरा ने कहा है कि ये बिल्कुल बेबुनियाद और वाहियाद बहस है। पीएचडी और एमफिल करने वाले को फ्री लोडर कहना गलत बात है। हमें ये बात समझी चाहिए कि पीएचडी करने में समय लगता है। ऐसे में जयशंकर सर और निर्मला जी ने जेएनयू से हायर स्टडी की है। मेरे ख्याल से वे नहीं मानेंगे कि वे फ्री लोडर्स हैं।
स्वरा ने कहा है कि जेएनयू के प्रोफेसर्स को घेरना हिंसा है। वहां के छात्र अपने प्रदर्शन के लिए हमेशा के लिए जिम्मेदार रहे हैं। मैंने भी कई प्रदर्शन में हिस्सा लिया है। शांति से प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर दिल्ली पुलिस का लाठीचार्ज करना गलत था।