राजश्री प्रोडक्शन की फिल्म 'हम चार' में दिखेगा दोस्ती का असली रंग, एक्टर तुषार पांडेय ने की लोकमत न्यूज से खास बातचीत
By मेघना वर्मा | Published: February 13, 2019 01:46 PM2019-02-13T13:46:11+5:302019-02-13T13:46:11+5:30
हम चार फिल्म की कहानी कॉलेज में पढ़ने वाले चार जिगरी दोस्तों की हैं। जो एक-दूसरे पर जान दिए फिरते हैं। मगर कहानी में कुछ ऐसा होता है कि चारों ही एक-दूसरे से नफरत करने लगते हैं।
हम साथ-साथ हैं, हम आपके हैं कौन और प्रेम रतन धन पायो जैसी फिल्मों के बाद अब राजश्री प्रोडक्शन दोस्ती जैसे रिश्ते को बड़े पर्दे पर दिखाने जा रहा है। वैसे तो दोस्ती का रिश्ता हमेशा से ही खास रहा है मगर 21वीं सदी में दोस्ती के मायने ही अलग हो गए हैं। घर से दूर रह रहे लोगों को इस रिश्ते की अहमियत ज्यादा पता होती है। अभिषेक दीक्षित के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में दोस्ती को पर्दे पर दिखाने का काम प्रीत कमानी, अनंशुमान मेल्होत्रा, सिमरन शर्मा और तुषार पांडेय करेंगे।
15 फरवरी को रिलीज होने वाली इस फिल्म का ट्रेलर देखकर समझ आ रहा है कि कहानी कॉलेज में पढ़ने वाले चार जिगरी दोस्तों की हैं। जो एक-दूसरे पर जान दिए फिरते हैं। मगर कहानी में कुछ ऐसा होता है कि चारों ही एक-दूसरे से नफरत करने लगते हैं। पर सच्ची दोस्ती तो दिल में कहीं ना कहीं होती ही है। बस इसी उलझन और दोस्ती की कहानी है हम चार। इसी फिल्म पर बात करते हुए फिल्म के प्रमुख एक्टर तुषार पांडेय ने लोकमत न्यूज से की खास बातचीत में कई और चीजों के खुलासा किया। आप भी पढ़िए...
1. राजश्री प्रोडक्शन हमेशा ही फैमिली ड्रामा पर फिल्म बनाने के लिए जाना जाता है मगर इस बार दोस्ती जैसे विषय को क्यों चुना है?
हां राजश्री की फिल्में हमेशा ही फैमिली ड्रामा पर होती हैं। फैमिली और रोमांस। बॉक्स ऑफिस पर यही दो चीजें इस समय वर्क कर रही हैं। मगर डायरेक्टर अभिषेक दीक्षित, सूरज बड़जात्या के पास कुछ और ही स्क्रीप्ट लेकर गए थे और ये दूसरी फिल्म होने वाली थी। मगर जब इस बारे में बात हुई तो सूरज बड़जात्या ने कहा कि क्यों ना कुछ फैमिली और फ्रेंड्स पर बनाया जाए। क्योंकि आज के टाइम पर सभी इससे रिलेट कर पाएंगे।
जैसे मैं दिल्ली से हूं लेकिन मेरी फैमिली मेरे साथ अभी नहीं रहती है तो दोस्त ही हैं जो फैमिली की तरह मदद करते हैं। जब किसी चीज की जरूरत होती है दोस्त ही उस समय काम आते हैं। कहीं ना कहीं ये एक्सपीरियंस यूनीवर्सल है। तो ये आइडिया राजश्री प्रोडक्शन के आडियल से मैच हुआ। इसके बाद सूरज बड़जात्या को स्क्रीप्ट पढ़कर सुनाई गई। जो इस फिल्म में बहुत हद तक इन्वॉल्व हैं उन्हें ये आइडिया पसंद आया। तो बस इस आइडिया और रिलेशन को स्क्रीन पर दिखाने की कोशिश की गई है।
The Wait is Over! Presenting the new, talented bunch to carry on the @rajshri legacy, The Chaar Pillars of #HumChaar.
— Rajshri (@rajshri) November 21, 2018
Welcome to the @rajshri Family @pritkamani, @simransharrma, @theanshumanm & @tusharpandeyx.@humchaarfilm#SoorajBarjatya@AbhishekDTweets#HumChaarcastrevealpic.twitter.com/Vwc05EZZLs
2. फिल्म में आपने एक जौनपुर के लड़के 'सुरजो' का किरदार निभाया है और खुद आप दिल्ली से हैं तो आपको कितनी मुश्किल हुई इस किरदार को निभाने में?
मेरा कैरेक्टर मेरी पर्सनालिटी से बहुत दूर है। मैं दिल्ली में पैदा रहा वहीं पढ़ा फिर लंदन चला गया। तो मेरी परवरिश पूरी अर्बन तरीके से हुई है। मगर मेरा थिएटर बैकग्राउंड बहुत स्ट्रॉंग रहा है। मगर जब ये कैरेक्टर मेरे सामने आया तो मैं फैसिनेट हो गया। कि मेरे लिए सीखने के लिए इसमें बहुत कुछ है। एक्प्लोर करने के लिए बहुत कुछ है। एज एन एक्टर मेरे लिए ये बहुत चैलेंजिंग था।
मेरे कुछ दोस्त हरदोई, यूपी से हैं तो मैं उनसे वहां से उनसे हेल्प ली। उनके कुछ चीजें जानी तो मुझे इससे बहुत हेल्प मिली। वो रिकॉर्डिंग ऑडियो रिकॉर्डिंग सुन-सुन के मैंने इस रोल की तैयारी की है। वैसे कैरेक्टर सिर्फ जौनपुर का नहीं है उसमें हरदोई और ईस्ट यूपी का भी फ्लेवर मिलेगा।
3. सूरजो कैरेक्टर के बारे में कुछ बताइए।
सूरजो के बारे में जितना बता सकता हूं वो ये कि सूरजो एक छोटे से गांव जौनपुर से आया है। उसके पिता चाहते थे कि वो डॉक्टर बने और विदेश जाकर रहे। सूरजो इंजीनियरिंग करना चाहता है। बस आधी फिल्म कॉलेज में है। और आधी फिल्म उसके बाद की। तो फिल्म में मैंने दो एज गैप का किरदार निभाया है। एक 21-22 साल का कैरेक्टर है और एक 27-28 का। सूरजो अपने गांव अब वापिस आ गया है। और सिचुएशन एकदम बदल गई है। कहीं ना कहीं लाइफ को आप कैसे एक्सेप्ट करते हैं कुछ सिचुएशन आपके हिसाब से नहीं होती। सूरजो का कैरेक्टर है कि कहीं ना कहीं जब आप अपने से नाराज हो जाते हैं तो कुछ भी चीज वर्क नहीं करती। तो ये फिल्म बस यही बताना चाह रही है कि अगर आप अपने आप से रूठे हैं तो क्या किया जाए।
4, प्रीत, सीमरन और आयुष्मान इनमें से सबसे ज्यादा बॉन्ड आपका किसके साथ रहा?
पहली बार हम राजश्री के ऑफिस में ही मिले। हमको कह दिया कि हमें रोज अब ऑफिस आना है ढेड़ महीने तक और एक-दूसरे के साथ टाइम स्पेंड करना है ताकि हम एक दूसरे को जान लें। तो ना रोज हम आते थे रिहर्सल होती थी फिर हम साथ ही कुछ खाने-पीने निकल जाते थे। इसके बाद शूटिंग की जगह यानी शारदा यूनिवर्सिटी में हमने एक रूम ले लिया जहां एक-साथ रहते-रहते हमें हॉस्टल की फीलिंग सी आने लगी। बस फिर हम सब ऐसी ही बहुत अच्छे दोस्त बन गए। तो ये कहना मुश्किल है कि किसके साथ बॉंड अच्छा है क्योंकि सभी अच्छे दोस्त बन गए।
5. आपका नेक्सट प्रोजेक्ट?
अभी तो मैं शूटिंग कर रहा हूं आधी फिल्म हो चुकी है। मैं सुशांत सिंह राजपूत और श्रद्धा कपूर की फिल्म छिछोरे में नजर आने वाला हूं। उसमें भी दो एज-गैप का रोल प्ले कर रहा हूं। तो इस फिल्म के लिए उत्सुक हूं।