खाने के लिए बड़ी पार्टियों में डांस करता था, काम पर पैदल जाता था, संघर्ष के दिनों को याद कर भावुक हुए मिथुन चक्रवर्ती
By अनिल शर्मा | Published: January 22, 2022 03:16 PM2022-01-22T15:16:39+5:302022-01-22T16:14:09+5:30
मिथुन चक्रवर्ती ने कहा कि कोरोनावायरस ने बेड़ा गर्क कर रखा है। दुखद बात यह है कि हमें सरकार से कोई समर्थन नहीं मिला। पर्यटन और आतिथ्य उद्योग बुरी तरह प्रभावित हुआ।
मुंबईः अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती जल्द ही कलर्स के रियलिटी शो हुनरबाज को जज करते नजर आएंगे। इस बहाने अभिनेता ने महामारी के दौरान की स्थितियों के बारे में जिक्र किया। साथ ही अपने होटल व्यवसाय और संघर्ष के दिनों पर भी बातें कीं। मिथुन ने बताया कि महामारी ने सबकुछ चौपट कर दिया है।
मिथुन रेस्तरां की एक शृंखला के मालिक भीं हैं ने ईटाइम्स से बातचीत में कहा कि एक समय ऐसा भी आया कि एक कप कॉफी भी नहीं बिक रही थी। कोरोनावायरस ने बेड़ा गर्क कर रखा है। मिथुन ने कहा कि दुखद बात यह है कि हमें सरकार से कोई समर्थन नहीं मिला। पर्यटन और आतिथ्य उद्योग बुरी तरह प्रभावित हुआ। जो महामारी के दौरान अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया। उन्होंने आगे कहा कि वह अक्सर यह सोचकर कांप जाते हैं कि दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी कैसे कोविड -19 महामारी से बचने में कामयाब रहे हैं। अभिनेता ने कहा कि उनके बारे में सोच के रूह काँप जाति है।
शो पर संघर्ष के दिनों को याद कर मिथुन ने कहा कि मैं काम पर पैदल जाता था ताकि रुपये बचा सकूं। बड़ी पार्टियों में...डांस करता था क्योंकि वहां मुझे खाना मिल जाता था।" बकौल मिथुन, मैंने सोचा था कि कोई मुझे बतौर नायक नहीं लेगा, इसलिए मैंने एक विलेन बनने का फैसला किया एक डांसिंग विलेन।"
71 वर्षीय अभिनेता ने कहा कि महामारी के दौरान, उनका पहला विचार अपने परिवार की देखभाल करना था क्योंकि वह 'एकमात्र कमाने वाले सदस्य' हैं। जब उनके रेस्तरां के साथ चीजें बद से बदतर होती गईं, तो उन्होंने कर्मचारियों से कहा कि जो भी पैसा आ रहा है उसे आपस में बांट लें और कहा कि वह खुद का ख्याल रखेगा।