मैंने कभी भी चरित्र को जीवन से बड़ा बनाने की कोशिश नहीं की: मनोज बाजपेयी
By अनिल शर्मा | Published: November 23, 2021 02:18 PM2021-11-23T14:18:20+5:302021-11-23T14:40:25+5:30
अभिनेता मनोज बाजपेयी ने कहा, फैमिली मैन एक मध्यमवर्गीय भारतीय लड़के की एक बेहतरीन कहानी है, जो एक मांग वाली नौकरी और एक मांग वाले परिवार के बीच संतुलन खोजने की कोशिश कर रहा है।
पणजी: अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह के एक सत्र के दौरान बॉलीवुड अभिनेता मनोज बाजपेयी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि मैंने कभी भी चरित्र को जीवन से बड़ा बनाने की कोशिश नहीं की।
'क्रिएटिंग कल्ट आइकॉन: इंडियाज ओन जेम्स बॉन्ड विद द फैमिली मैन' के सत्र में मनोज बाजपेयी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हिस्सा लिया। अभिनेता ने कहा, मैं हमेशा वास्तविकता में जीने और चरित्र को जनता का प्रतिनिधि बनाने की कोशिश करता हूं।
अपनी चर्चित सीरीज 'द फैमिली मैन' पर बात रखते हुए मनोज बाजपेयी ने कहा कि भारतीय मध्यम वर्ग का जीवन एक कॉमेडी है और यह उनके सभी पात्रों के लिए प्रेरणा और संदर्भ है। उन्होंने कहा, "मुझे 'द फैमिली मैन' सीरीज में अपने किरदार श्रीकांत तिवारी को कहीं और खोजने की जरूरत नहीं पड़ी। मुझे यह मेरे भीतर, मेरे परिवार में, मेरे परिवेश में और हर जगह मिल गया।
अभिनेता ने कहा, फैमिली मैन एक मध्यमवर्गीय भारतीय लड़के की एक बेहतरीन कहानी है, जो एक मांग वाली नौकरी और एक मांग वाले परिवार के बीच संतुलन खोजने की कोशिश कर रहा है। मनोज ने कहा, "जब राज और डीके सिनॉप्सिस लेकर मेरे पास आए, तो मैं तुरंत करने के लिए तैयार हो गया।
राज और डीके के रूप में प्रसिद्ध द फैमिली मैन के निदेशक राज निदिमोरू और कृष्णा डीके ने सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि वे एक अखिल भारतीय कहानी करना चाहते थे। उन्होंने कहा, जब हमने द फैमिली मैन श्रृंखला शुरू की उस वक्त स्वतंत्रता की सबसे बड़ी अभिव्यक्ति की हमने जो अनुभव वह था कि हमें खुद को सीमित क्यों करना चाहिए? वहीं फैमिली मैन में राजी की भूमिका निभाने वालीं साउथ अभिनेत्री सामंथा रूथ प्रभु ने कहा कि राजी का चरित्र उनके लिए सबसे चुनौतीपूर्ण था। इसके लिए बहुत अधिक सहयोग और प्रशिक्षण की जरूरत पड़ी।