महाराष्ट्र: उद्धव ठाकरे का एक और बड़ा फैसला, इन प्रदर्शनकारियों के केस होंगे वापस
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: December 2, 2019 09:52 PM2019-12-02T21:52:41+5:302019-12-02T21:52:41+5:30
शिवसेना रत्नगिरि में तेल रिफाइनरी प्रोजेक्ट का विरोध करती रही है, अब शिवसेना ने मांग की है कि सारे केस वापस लिए जाएंगे
महाराष्ट्र में हाल ही में उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। ऐसे में अब काम के फुल मूल में नजर आ रहे हैं। आरे के बाद अब सीएम ने नाणार रिफाइनरी प्रदर्शनकारियों के खिलाफ केस वापस लेने के आदेश दिए हैं। उद्धव का ये आदेश काफी बड़ा कहा जा सकता है।
इंडिया टुडे की खबर के अनुसार शिवसेना काफी समय से रत्नगिरि में तेल रिफाइनरी प्रोजेक्ट का विरोध करती नजर आई है। अब शिवसेना के काफी विरोध के बाद पार्टी की ओर से बड़ा फैसला लेते हुए इसको बंद करने का आदेश दिया गया है।
Maharashtra Chief Minister Uddhav Thackeray orders to withdraw the cases registered against protesters who agitated against the Nanar Refinery project. pic.twitter.com/ANj4lAE0SP
— ANI (@ANI) December 2, 2019
हालांकि फड़नवीस सरकार ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ केस दर्ज गए थे। रविवार रात मुंबई के आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटाई का विरोध करने वाले हरे कार्यकर्ताओं के खिलाफ दर्ज किए गए मामलों को वापस ले लिया गया। ये घोषणा उद्धव ठाकरे ने की।
उद्धव ठाकरे और तीन मंत्रियों को आवंटित किए गए आवास
उद्धव ठाकरे नीत 'शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस' गठबंधन की 'महाराष्ट्र विकास आघाडी' सरकार बनने के बाद अब मुख्यमंत्री समेत मंत्रियों को आवास आवंटित किए गए हैं। सोमवार (02 दिसंबर) को प्रदेश के प्रशासन ने आधिकारिक रूप से आवास आवंटित किए हैं। बता दें कि शनिवार को राज्य विधानसभा में शनिवार को 'महाराष्ट्र विकास आघाडी' ने अपना विश्वासमत हासिल कर लिया था।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र के उद्धव ठाकरे और मंत्रियों में छगन भुजबल, जयंत पाटिल तथा एकनाथ शिंदे को आधिकारिक आवास आवंटित किए गए। उद्धव ठाकरे को वर्षा, छगन भुजबल को रामटेक, जयंत पाटिल को सेवादन और एकनाथ शिंदे को रॉयल सेवासदन आवास आवंटित किया गया है।
वहीं, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फड़नवीस को आधिकारिक निवास पर 'सागर' बंगला आवंटित किया गया है।