मशहूर बंगाली गायिका संध्या मुखर्जी का दिल का दौरा पड़ने से निधन, पद्मश्री पुरस्कार लेने से किया था इनकार
By सतीश कुमार सिंह | Published: February 15, 2022 08:12 PM2022-02-15T20:12:01+5:302022-02-15T20:58:03+5:30
गायिका संध्या मुखर्जी, जिन्हें संध्या मुखोपाध्याय के नाम से भी जाना जाता है। निधन की जानकारी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता शांतनु सेन ने ट्विटर पर साझा की।
कोलकाताः मशहूर बंगाली गायिका संध्या मुखर्जी (90) का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। यह जानकारी अस्पताल ने दी है। कोविड-19 से पीड़ित थीं। मुखोपाध्याय ऑक्सीजन सपोर्ट पर थीं। अस्पताल के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
बृहस्पतिवार शाम को कोरोना वायरस से संक्रमित पाये जाने के बाद सरकारी एसएसकेएम अस्पताल से निजी अस्पताल में स्थानांतरित किया गया था। संध्या मुखर्जी ने एस डी बर्मन, नौशाद और सलिल चौधरी जैसे दिग्गज संगीत निर्देशकों के साथ काम किया था। खराब स्वास्थ्य के कारण वह जनवरी के आखिरी सप्ताह से ही अस्पताल में भर्ती थीं।
अस्पताल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शाम करीब साढ़े सात बजे दिल का दौरा पड़ने से मुखर्जी का निधन हो गया। मुखर्जी कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई थीं और वह हृदय संबंधी बीमारियों से भी ग्रस्त थीं। उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। मुखोपाध्याय ने इस सप्ताह की शुरुआत में पद्मश्री पुरस्कार लेने से इनकार कर दिया था।
Legendary Bengali singer Sandhya Mukherjee passes away following massive cardiac arrest: Hospital sources
— Press Trust of India (@PTI_News) February 15, 2022
शास्त्रीय और अर्ध-शास्त्रीय गायिका, मुखोपाध्याय ने कई बंगाली और हिंदी फिल्मों के लिए गाने गाये हैं। उन्होंने एस डी बर्मन, मदन मोहन, नौशाद, अनिल विश्वास और सलिल चौधरी जैसे संगीत निर्देशकों के साथ काम किया। नागरिक सम्मान से इंकार करने वाली वह पश्चिम बंगाल की दूसरी शख्सियत थीं। पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्ध भट्टाचार्य ने मंगलवार को पद्म भूषण को खारिज कर दिया था।