किसानों की ट्रैक्टर रैली में हिंसा और उपद्रव देख फूटा कंगना रनौत का गुस्सा, कहा- शर्म कर लो...
By अमित कुमार | Published: January 26, 2021 04:41 PM2021-01-26T16:41:28+5:302021-01-26T16:43:43+5:30
आज किसान मध्य दिल्ली की ओर बढ़ने पर अड़ गए जिससे अफरातफरी मच गई। पुलिस के रोकने के बाद भी किसान नहीं मान रहे और लगातार दिल्ली के अलग-अलग जगहों पर जाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
गणतंत्र दिवस के अवसर पर तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ किसान दिल्ली में 'ट्रैक्टर परेड' निकाल रहे हैं। सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर समेत सभी जगहों पर पुलिस के बैरिकेड्स तोड़कर किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। यहां तक कि प्रदर्शनकारी किसानों का एक समूह लालकिले में घुस गया और राष्ट्रीय राजधानी स्थित इस ऐतिहासिक स्मारक के कुछ गुंबदों पर झंडे लगा दिए।
किसानों के इस व्यहवार को देखकर बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। कंगना रनौत ने ट्वीट कर इस प्रदर्शन के खिलाफ अपनी बात कही है। कंगना रनौत ने अपने ट्वीट में लिखा, "झुंड बनकर रह गए हैं, अनपढ़, गंवार मोहल्लों में किसी के घर शादी हो या अच्छा त्योहार आए तो जलने वाले वाले ताऊ/चाचा/चाची कपड़े धोना या बच्चों को आंगन में शौच करवाना या खटिया लगाके बीच आंगन में शराब पीकर नंगे हो कर सो जाना। वही हाल हो गया है इस गंवार देश का। शर्म कर लो आज।
बता दें कि पुलिस द्वारा आईटीओ से खदेड़े गए प्रदर्शनकारी किसानों का एक समूह अपने ट्रैक्टर लेकर लालकिला परिसर पहुंच गया। ये प्रदर्शनकारी लालकिला परिसर में घुस गए और उस ध्वज-स्तंभ पर अपना झंडा लगाते दिखे जहां से प्रधानमंत्री 15 अगस्त को राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं। उन्होंने लालकिले के कुछ गुंबदों पर भी अपने झंडे लगा दिए। इससे पहले प्रदर्शनकारी किसान आईटीओ पहुंच गए और लुटियंस इलाके की तरफ बढ़ने की कोशिश की।
झंड बनकर रह गए है, अनपढ़ गँवार मोहल्लों में किसी के घर शादी या कोई अच्छा त्योहार आए तो जलने वाले ताऊ/चाचा/चाची कपड़े धोना या बच्चों को आँगन में शौच करवाना या खटिया लगाके बीच आँगन में शराब पीकर नंगे हो कर सो जाना, वही हाल हो गया है इस गँवार देश का। शर्म कर लो आज #RepublicDayhttps://t.co/vtsjZAF4eK
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) January 26, 2021
इसपर पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने ट्रैक्टर परेड के निर्धारित समय से काफी पहले ही दिल्ली के विभिन्न सीमा बिन्दुओं से दिल्ली के भीतर बढ़ना शुरू कर दिया और अनुमति न मिलने के बावजूद वे मध्य दिल्ली स्थित आईटीओ पहुंच गए। दिल्ली पुलिस ने किसानों को इस शर्त के साथ ट्रैक्टर परेड की अनुमति दी थी कि वे राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड के समाप्त होने के बाद तय किए गए मार्गों पर ही अपनी परेड करेंगे।