कंगना पहुंची सेलुलर जेल, सावरकर को याद कर बोलीं- यह कोठरी आजादी का सच है, वो नहीं जो हमें किताबों में पढ़ाया जाता है

By अनिल शर्मा | Published: October 27, 2021 10:10 AM2021-10-27T10:10:20+5:302021-10-27T10:28:51+5:30

कंगना ने लिखा- ‘उन दिनों उनका कितना डर रहा होगा कि न सिर्फ उन्हें काला पानी में रखा गया, बल्कि समंदर के बीचोंबीच इस छोटी-सी कोठरी से निकल भागना असम्भव रहा होगा, फिर भी जेल की मोटी दीवारों के बीच जंजीरो में जकड़कर रखा।

kangana ranaut reached cellular Jail remembering savarkar cell is the truth of freedom not what we are taught in books | कंगना पहुंची सेलुलर जेल, सावरकर को याद कर बोलीं- यह कोठरी आजादी का सच है, वो नहीं जो हमें किताबों में पढ़ाया जाता है

कंगना पहुंची सेलुलर जेल, सावरकर को याद कर बोलीं- यह कोठरी आजादी का सच है, वो नहीं जो हमें किताबों में पढ़ाया जाता है

Highlightsउन दिनों उनका (अंग्रेजों) कितना डर रहा होगा कि उन्हें (सावरकर) काला पानी में रखा गयाः कंगनाकंगना ने कहा- सावरकर जी के रूप में मानवता शीर्ष पर थी और आंखों में आंखें डालकर हर क्रूरता का मुकाबला दृढ़ निश्चय से किया

मुंबई: बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने मंगलवार को उस सेल का दौरा किया, जहां हिंदू महासभा के नेता विनायक दामोदर सावरकर को पोर्ट ब्लेयर, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में सेलुलर जेल में कैद किया गया था।  कंगना ने सावरकर की कोठरी और जेल के अहाते की तस्वीरें इंस्टाग्राम पर साझा कीं और लिखा- यह कोठरी आजादी का सच है, न कि वो जो हमें किताबों में पढ़ाया जाता है। मैंने कोठरी में ध्यान लगाया और वीर सावरकर जी के प्रति अपनी कृतज्ञता और गहरा सम्मान जताया।

कंगना ने तस्वीरों के साथ एक लंबा नोट लिखा। कंगना ने लिखा- ‘आज अंडमान द्वीप के पोर्ट ब्लेयर में स्थित सेलुलर जेल में वीर सावरकर के कक्ष का दौरा किया। इस दौरान मैं पूरी तरह हिल गई। सावरकर जी के रूप में मानवता शीर्ष पर थी और आंखों में आंखें डालकर हर क्रूरता का मुकाबला प्रतिरोध और दृढ़ निश्चय से किया।’

कंगना ने आगे लिखा- ‘उन दिनों उनका कितना डर रहा होगा कि न सिर्फ उन्हें काला पानी में रखा गया, बल्कि समंदर के बीचोंबीच इस छोटी-सी कोठरी से निकल भागना असम्भव रहा होगा, फिर भी जेल की मोटी दीवारों के बीच जंजीरो में जकड़कर रखा। अभिनेत्री ने कहा कि कल्पना कीजिए उस डर का कि अनंत समंदर के बीच कहीं हवा में गायब न हो जाएं। कितने कायर थे वो लोग।

कगना ने सावरकर के प्रति सम्मान जताते हुए लिखा- यह कोठरी आजादी का सच है, न कि वो जो हमें किताबों में पढ़ाया जाता है। मैंने कोठरी में ध्यान लगाया और वीर सावरकर जी के प्रति अपनी कृतज्ञता और गहरा सम्मान जताया। स्वतंत्रता संग्राम के इस सच्चे नायक को मेरा कोटि-कोटि नमन। जय हिंद’।

 

Web Title: kangana ranaut reached cellular Jail remembering savarkar cell is the truth of freedom not what we are taught in books

बॉलीवुड चुस्की से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे