सुजॉय मुखर्जी एक बार फिर अपना हुनर दिखाने को तैयार
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 24, 2024 10:08 PM2024-02-24T22:08:48+5:302024-02-24T22:10:13+5:30
रोहित रॉय, मधुरीमा तुली, मास्टर विधान शर्मा और गुरु दयाल भैरवा को लेकर हुनर का निर्माण किया गया है।
जयपुरः 24 फरवरी को सदाबहार अभिनेता स्वर्गीय जॉय मुख़र्जी की 85 वीं जन्मतिथि पर उनके सुपुत्र सुजॉय मुखर्जी एक बार फिर अपना हुनर दिखाने को तैयार हैं। फिल्मालय स्टूडियो में पिता की धरोहर को संभालते हुए उसे और उंचाइयो पर ले जाने को तत्पर सुजॉय मुखर्जी एक ऐसा व्यक्तित्व है जिन्होंने "अब मुझे उड़ना है"शॉर्टफिल्म के लिए दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित 40 से भी ज्यादा पुरस्कार प्राप्त किये हैं और अब वे फिर से अपना हुनर दिखाने को तैयार हैं। सुजॉय मुखर्जी फिल्मालया स्टूडियो के डायरेक्टर होने के साथ स्टूडियो का सारा बिजनेस भी संभालते हैं। जॉय मुखर्जी प्रोडक्शन के साथ मिलकर गुरु हरदयाल प्रोडक्शन द्वारा इस फिल्म का निर्माण किया गया है। हुनर एक प्रतिभा है, कहावत है, सत्य भी है और शाश्वत भी। हुनर कभी नहीं मरता, वो एक ना एक दिन अपने लक्ष्य पर पहुँच कर अपना परचम लहराता ही है और इसी बात को पुरुषार्थ किया है। सुजॉय मुखर्जी के निर्देशन में बनी फ़िल्म हुनर, फिल्म फेस्टिवल में धूम मचाने को तैयार है।
रोहित रॉय, मधुरीमा तुली, मास्टर विधान शर्मा और गुरु दयाल भैरवा को लेकर हुनर का निर्माण किया गया है। कहानी में दिखाया गया है कि एक पिता अपने बच्चे मे उसके हुनर के बजाय अपनी इच्छा और अभिलाषाओं के सपने देखता है। एक दिन उसे उसकी गलती का एहसास होता है और वो उसके बच्चे को समझता है। हुनर हर परिवार की कहानी है, ये इच्छा और स्वेच्छा का टकराव है।
सुजॉय ने हुनर की निर्माण के दौरान का एक वाक्या बताया। उन्होने बताया कि फिल्म की शूटिंग के दौरान वो गुरुदयाल के हुनर के इतने कायल हुए कि उन्होंने उसे अपनी आने वाली म्युजिक एलबम "मुझे ईश्क होने लगा" में बतौर अभिनेता के तौर पर मौका दिया हैं। गुरु हरदयाल राजस्थान के टोंक जिले से हैं।
जॉय मुखर्जी प्रोडक्शन और फिल्मालय स्टुडिओ के अंतर्गत सुजॉय वेब सीरीज की तैयारी कर रहे है। हुनर का निर्माण फिल्मालय स्टुडिओ के साथ मुम्बई के कई खूबसूरत स्थानो पर की गयी हैं। जिसके राईटर डायरेक्टर सुजॉय मुखर्जी हैं, स्क्रीनप्ले - सुजॉय मुखर्जी के साथ अजिता काले और सुनील कपूर ने लिखा है।
मलंग के गाने से फेमस हु्ए वेद शर्मा ने संगीत दिया है। फिल्म के निर्माता सुप्रिया मुखर्जी और हरदयाल हैं। गीत और गीतकार के रूपमे सुनील कपूर है। फिल्म का पोस्ट प्रोडक्शन फिल्मालय स्टूडियो में चल रहा है जिनके एडिटर स्वप्निल जाधव हैं। सहायक निर्देशन के तौर पर कुनाल कुमार माथुर है। वेशभूषा की जिम्मेदारी सुनिता घोडावत ने ली हैं।