'खास किरदार पुरुषों को ध्यान में रखकर ही लिखे जाते हैं, ओटीटी से महिला कलाकारों को कोई खास मदद नहीं' - हेमा मालिनी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 9, 2023 01:58 PM2023-04-09T13:58:13+5:302023-04-09T14:00:18+5:30
हेमा मालिनी के अनुसार महिला कलाकार लेखक-समर्थित भूमिकाओं को खोजने के लिए संघर्ष करती हैं। जबकि पुरुष अभिनेताओं के लिए यह काफी आसान होता है। मालिनी का कहना है कि किसी किरदार को ध्यान में रखकर लिखी जाने वाली कहानियां अब भी अभिनेताओं के लिए आरक्षित हैं।
नई दिल्ली: फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी का कहना है कि देश में ओटीटी क्रांति ने भले ही बेहतर कंटेंट बनाने में मदद की हो, लेकिन इससे अभिनेत्रियों को कोई खास मदद नहीं मिली है। हेमा मालिनी की मानें तो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म के उछाल के बावजूद अभिनेत्रियों को ध्यान में रखकर अब भी कोई पटकथा लेखक कहानी नहीं लिखता।
हेमा मालिनी के अनुसार महिला कलाकार लेखक-समर्थित भूमिकाओं को खोजने के लिए संघर्ष करती हैं। जबकि पुरुष अभिनेताओं के लिए यह काफी आसान होता है। मालिनी का कहना है कि किसी किरदार को ध्यान में रखकर लिखी जाने वाली कहानियां अब भी अभिनेताओं के लिए आरक्षित हैं। अमिताभ बच्चन का उदाहरण देते हुए मालिनी ने कहा कि उनके लिए भूमिकाएं उनको ध्यान में रखकर विशेष रूप से लिखी जाती हैं। यह एक विशेषाधिकार है जिसका आनंद कोई और नहीं लेता।
एएनआई ने हेमा मालिनी के हवाले से कहा, "मैं इस पर ज्यादा प्रतिक्रिया नहीं दूंगी क्योंकि मैं कभी रुकी नहीं, मैंने शादी की और बिना रुके काम करती रही। तो शायद लोगों ने मुझे देखा और मेरे पीछे चल रहे हैं। यह अच्छा है। पति को यह समझना चाहिए कि जिस महिला से उसने शादी की है, वह बहुत प्रतिभाशाली व्यक्ति है और लोग उसे पर्दे पर देखना पसंद करते हैं।"
हेमा मालिनी ने आगे कहा, "लेकिन पत्नी होने के नाते महिला को थोड़ा त्याग करना पड़ता है। अगर आप उस उम्र में हैं और आप काम करने के लिए तैयार हैं तो वह तुरंत बच्चा पैदा नहीं कर सकती। यदि निर्माता आपको बड़ी राशि के लिए साइन करने के लिए तैयार हैं तो काम करने में क्या हर्ज है।" बता दें कि हेमा मालिनी ने 1980 में धर्मेंद्र से शादी की और उसके बाद सत्ते पे सत्ता, अंधा कानून, जमाई राजा जैसी हिट फिल्में दीं। हेमा और धर्मेंद्र बेटियों ईशा देओल और अहाना देओल के माता-पिता हैं।
ये पहली बार नहीं है जब किसी फिल्म अभिनेत्री ने इंडस्ट्री में पुरुष और महिला कलाकारों को लेकर भेदभाव का जिक्र किया हो। हाल ही में अभिनेत्री तापसी पन्नू ने भी एक इंचरव्यू के दौरान कहा था कि बॉलीवुड में किसी फिल्म के लिए अगर अभिनेता को 100 रुपये मिलते हैं तो अभिनेत्री को 4 या 5 रुपये। इसके अलावा सेट पर बड़े अभिनेताओं के नखरे अलग होते हैं।