Happy Phir Bhaag Jayegi Review: जबरदस्ती भाग रही है 'हैप्पी', फिल्म देखने से पहले पढ़ें रिव्यू
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: August 24, 2018 09:45 AM2018-08-24T09:45:37+5:302018-08-24T09:45:37+5:30
साल 2016 में लगभग 20 करोड़ के बजट में हैप्पी भाग जायेगी फिल्म पर्दे पर आई थी। अब एक बार फिर से एक नई स्क्रिप्ट के साथ हैप्पी फिर भाग जायेगी पेश की गई है। पढ़े कैसी है ये फिल्म-
कलाकार- सोनाक्षी सिन्हा, जिम्मी शेरगिल , पियूष मिश्रा , डेंजिल स्मिथ ,अपारशक्ति खुराना , डायना पेंटी, अली फजल
निर्देशक-मुदस्सर अजीज
अवधि: 2 घंटा 17 मिनट
रेटिंग- 2/5 स्टार
साल 2016 में रिलीज हुई फिल्म‘हैप्पी भाग जाएगी’को फैंस ने जमकर सराहा था। फिल्म की कॉमेडी ने फैंस के साथ-साथ क्रिटिक्स को भी खूब हंसाया था। अभय देओल, अली फजल और डायना पेंटी औैर पियूष मिश्रा को पहली बार एक साथ फैंस ने खूब पसंद किया। ऐसे में अब फिल्म का सीक्वल पर्दे पर रिलीज हो गया है जिसका हर किसी को बेसब्री से इंतजार था। हैप्पी भाग जाएगी में जहां हैप्पी को खोजा गया था तो वहीं, इसमें दूसरी वाली हैप्पी को ढूंढकर बचाया जा रहा है। फिल्म एक नाम के कंफ्यूजन को पेश करती है। आइए हम आपको बताते हैं कि हैप्पी फिर भाग जाएगी कैसी फिल्म है-
कहानी
फिल्म की कहानी शुरू होती है हरप्रीत उर्फ हैप्पी (सोनाक्षी सिन्हा) नौकरी करने के लिए चीन जाती है। वहीं, दूसरी हैप्पी (डायना पेंटी) भी वहीं जाती है जिसे पति गुड्डू (अली फजल) को चीन में एक म्यूजिक प्रोग्राम का ऑफर मिलता है। बस यहीं से शुरू होता है फिल्म में नामों को कन्फ्यूजन और चाइना पहुंचने के बाद शुरू होता है कन्फ्यूजन। हैप्पी (डायना पेंटी) और गुड्डू पहुंच जाते हैं यूनिवर्सिटी। वहीं, हैप्पी (सोनाक्षी सिन्हा) को कुछ चीनी किडनैपर पहले वाली हैप्पी (डायना पेंटी) समझकर किडनैप कर लेते हैं। लेकिन, हैप्पी इन किडनैपर के चंगुल से छूट जाती है।
हालांकि, उसका पासपोर्ट उनके पास ही छूट जाता है। किडनैपर के चंगुल से छूटकर हैप्पी को इंडियन एंबेसी में काम कर रहे पंजाबी लड़के खुशवंत सिंह उर्फ खुशी (जस्सी गिल) से मिलती है। वहीं, फिर कहानी में एंट्री होती है बग्गा (जिम्मी शेरगिल) की। हैप्पी को वापस पकड़ने के लिए चीनी किडनैपर भारत से दमन सिंह बग्गा (जिम्मी शेरगिल) को उसकी शादी और पाकिस्तान से उस्मान अफरीदी (पीयूष मिश्रा) को एक पार्टी से उठा लाते हैं। एक तरफ जहां किडनैप हैप्पी को पकड़ना चाहते हैं तो वहीं, दूसरी तरफ नाम का कन्फ्यूजन भी शुरू होता है। इस दौरान कई ऐसे सीन हैं जो फैंस को हंसने पर मजबूर करेंगे। आखिर में होता क्या है ये सभी बातें आपको फिल्म देखने के बाद ही पता चलेगा।
अभिनय
फिल्म में अगर अभिनय की बात की जाए तो पहली वाली फिल्म में डायना ने फैंस को खूब हंसाया था, लेकिन सोनाक्षी सिन्हा डायना के पागलपन को छू भी नहीं पाती। सोनाक्षी कई जगह जबरदस्ती के तड़के लगाने की कोशिश करती नजर आती हैं। जबकि जिमी शेरगिल और पीयूष मिश्रा का अभिनय इस बार भी शानदार रहा है। डायना पेंटी और अली फजल का रोल काफी कम है लेकिन दोनों ने अपने रोल के साथ इंसाफी की है।
क्यों देखें
फिल्म की कहानी अच्छी है एक नाम के कंफ्यूजन के तड़के को पेश किया गया है। कुछ सीन में कॉमेडी के जबरदस्त पंच भी पेश किए गए हैं। जिम्मी और पियूष फैंस को हंसाने पर मजबूर करेंगे। जिम्मी शेरगिल और पीयूष मिश्रा के बीच की जुगलबंदी अच्छी है। फिल्म परिवार के साथ देखी जा सकती है।
कमजोर कड़ी
अगर मुदस्सर अजीज के निर्देशन की बात की जाए तो ये इस बार ये काफी फीका नजर आया है। फर्स्ट हॉफ में तो फिल्म स्लो है ही, सेकेंड हॉफ में तो मूवी ज्यादा ही खिंची हुई लगती है। पूरी फिल्म देखकर लग रहा है कि हैप्पी जबरदस्ती भाग रही है। आपको कई जगह फिल्म बोर कर सकती है। वहीं कॉमेडी की बात की जाए तो सोनाक्षी नाकामयाब रही हैं इसमें। इसके साथ ही फिल्म के गाने भी रिलीज से पहले कमाल नहीं कर पाए हैं।