बर्थडे स्पेशल: अवार्ड लेने से वैजयंती माला ने कर दिया था मना, शादी से लेकर मां को नाम से बुलाने तक जानें दिलचस्प बातें
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: August 13, 2018 07:41 AM2018-08-13T07:41:05+5:302018-08-13T07:41:05+5:30
बॉलीवुड की खूबसूरत हिरोइन वैजयंती माला का आज (13 अगस्त) जन्मदिन है। 1936 में चेन्नई में जन्मी माला ने अपने डांस और अभिनेय की दम पर सिनेमा में एक अलग ही पहचान बनाई।
बॉलीवुड की खूबसूरत हिरोइन वैजयंती माला का आज (13 अगस्त) जन्मदिन है। 1936 में चेन्नई में जन्मी माला ने अपने डांस और अभिनेय की दम पर सिनेमा में एक अलग ही पहचान बनाई। कहते हैं वो फिल्म अधूरी मानी जाती थी जिसमें माला का डासिंग सांग ना हो। उनको अभिनय विरासत में मिला था उनकी मां तमिल फिल्मों की एक प्रसिद्ध अभिनेत्री थीं। महज 15 साल की उम्र से उन्होंने पर्दे पर धमाल मचाना शुरू कर दिया था। 1949 में तमिल भाषा में आई 'Vazhkai' उनकी पहली फिल्म थी।
पहली बार जीता अवार्ड
कहते हैं कि पहली साउथ इंडियन एक्ट्रेस थीं जो नेशनल स्टार बनीं थीं। उनके बाद ही साउथ के स्टार्स ने बॉलीवुड में पहली बार एंट्री लेनी शुरू की। एक नायाब डांसर होने के साथ वह स्टेज डांसर भी मानी जाती थीं। अपने डांस नंबर्स के कारण वैजयंती को 'ट्विंकल टोज' के नाम से भी जाना जाता है।
अवार्ड लेने से किया मना
साल 1957 में आई फिल्म 'देवदास ' में चंद्रमुखी की भूमिका उन्होंने निभाई थी। इस फिल्म के लिए उन्हें फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ सह अभिनेत्री के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। लेकिन कहा जाता है कि वैजयंती ने ये अवॉर्ड लेने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा कि देवदास की जिंदगी में पारो से ज्यादा चंद्रमुखी महत्वपूर्ण थी, इसलिए अगर देना है तो बेस्ट हिरोइन का अवॉर्ड दिया जाए। इस कारण से उन्होंने अवार्ड स्वीकार नहीं किया था।
बॉलीवुड में एंट्री
15 साल की उम्र में वैजयंती माला ने बॉलीवुड में एंट्री ले ली थी। 1951 में आई 'बहार' उनकी पहली बॉलीवुड फिल्म थी। इसके बाद देवदास और नागिन में अपने अभिनय की छाप छोड़ी। वहीं, 'साधना' और 'मधुमती' के लिए उन्हें फिल्मफेयर के बेस्ट एक्ट्रेस अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट किया गया था। उन्होंने अपनी हर फिल्म हीरो से ज्यादा अपनी छाप छोड़ी।
मां के साथ रिश्ता
वैजयंती माला की मां वसुंधरा देवी एक अभिनेत्री थीं और उनसे महज 16 साल बड़ी थीं। कहते हैं वह अपनी मां को उनके नाम से बुलाती थीं और अपने पिता को वह अन्ना कहती थीं। वह हमेशा से अपनी मां से अभिनय के गुण सीखती थीं। यहां तक की डांस भी वह अपनी मां से समझती थीं।
वैजयंतीमाला का अफेयर
कहा जाता है कि 1961 में फिल्म 'गंगा जमुना' के सेट पर उनका अफेयर दिलीप कुमार संग शुरू हुआ। दोनों के इश्क के चर्चे उस समय में खूब सुर्खियों में रहे थे। कहा तो ये भी जाता है कि 60 के दशक में ही वैजयंती का नाम शो मैन के नाम से मशहूर राज कपूर साहब के साथ भी जुड़ा। दोनों का अफेयर इतना सीरियस था कि ये दोनों शादी तक करना चाहते थे।
वैजयंतीमाला की शादी
एक बार फिल्म की शूटिंग के दौरान वैजयंती को निमोनिया हो गया था। उनका इलाज डॉ. बाली कर रहे थे। ये डॉक्टर भी वैजयंतीमाला के फैंस में से एक थे। बस फिर क्या था। वैजयंती का इलाज करते-करते दोनों में प्यार हो गया और 10 मार्च, 1968 को दोनों शादी के बंधन में बंध गए उनका एक बेटा है।
राजनीति में भी रखा कदम
अभिनय के बाद उन्होंने राजनीति में भी कदम रखा। 1984 में वैजयंती माला ने कांग्रेस के टिकट पर चेन्नई संसदीय क्षेत्र से तमिलनाडु आम चुनाव में हिस्सा लिया और जीत हासिल की। इसके बाद 1993 में उन्हें राज्यसभा सदस्य के रूप में नॉमिनेट किया गया और 1999 में उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया।