बर्थडे स्पेशल: अपनी ही फिल्मों में गाना गा चुके हैं अनिल कपूर, जानें राष्ट्रीय पुरस्कार से लेकर अबतक का सफर
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: December 24, 2018 08:28 AM2018-12-24T08:28:14+5:302018-12-24T08:28:14+5:30
अनिल कपूर के अभिनय का तो हर को ई दीवाना है लेकिन क्या फैंस को पता है वह गायक भी हैं।
बॉलीवुड में मिस्टर इंडिया के नाम से फैंस के दिलों पर राज करने वाले अनिल कपूर का भला कौन दीवाना नहीं है। उनका जन्म 24 दिसंबर 1956 को चेम्बूर, महाराष्ट्र में हुआ था। अनिल कपूर भारतीय सिनेमा की इतनी बड़ी हस्ती हैं कि उनके बारे में सभी जानते होंगे। वो फेमस फिल्म प्रोड्यूसर सुरेंद्र कपूर और निर्मल कपूर के बेटे हैं। अपनी भाभी श्रीदेवी यानी बेटी भाई बोनी कपूर की पत्नी के साथ पर्दे पर उनकी हिट जोड़ी मानी जाती है। आइए इस एवरग्रीन हीरो के जीवन से जुड़ी कुछ खास बातों को जानते हैं-
गा चुके हैं गाना
अनिल कपूर के अभिनय का तो हर को ई दीवाना है लेकिन क्या फैंस को पता है वह गायक भी हैं। दरअसल उन्होंने पहली बार अपनी आवाज में गाना गाया था फिल्म 'चमेली की शादी' में।ऐसा नहीं केवल एक बार ही उन्होंने ऐसा किया था उसके बाद फिल्म 'वो सात दिन' के भी गीत 'तेरे बिना मैं नहीं' में भी अनिल ने आवाज दी थी।
हुआ करते थे मैनेजर
ऐसे तो हर कोई अनिल के अभिनय का दीवाना है। उनके स्टाइल और डांस को कॉपी भी किया जाता है। लेकिन उनके चाहने वालों को शायद ये ना पता हो कि अनिल कपूर के पिता स्वर्गीय सुरिंदर कपूर हिन्दी सिनेमा की मशहूर एक्ट्रेस नरगिस और गीता बाली के मैनेजर हुआ करते थे।
छोड़ी गहरी छाप
अनिल कपूर ने उमेश मेहरा की फिल्म हमारे तुम्हारे के साथ एक सहायक अभिनेता की भूमिका में अपने बॉलीवुड के सफर की शुरुआत की। इसके बाद हम पाँच और शक्ति के रूप में कुछ मामूली भूमिकाओं के बाद उन्हें 1983 में वो सात दिन में अपनी पहली प्रमुख भूमिका मिली जो फैंस के बीच छा गई।
छोटे पर्दे पर भी जादू बिखेरा
अनिल कपूर ने बड़े पर्दे पर धमाल करने के बाद छोटे पर्दे की ओर रुख किया था। पहली बार उन्होंने 2010 में ’24’ (अमेरिकन) टेलीविजन सीरीज में काम किया था। इसके बाद, 2013 में उन्होंने 24 सीरीज बना दी। इस सीरीयल में उन्होंने जय सिंह राठौर का लीड रोल प्ले किया। इसमें उनके अभिनय को जमकर सराहा गया था।
प्यार और शादी
अभी अनिल कपूर स्ट्रगल ही कर रहे थे कि उनकी लाइफ में जानी-मानी मॉडल सुनीता की एंट्री हुई। अनिल, सुनीता को देखकर उन्हें अपना दिल दे बैठे थे। कहते हैं किसी दोस्त ने उनको सुनीता का नंबर दिया था।इसके बाद दोनों की बातचीत शुरू हो गई। अनिल, सुनीता की आवाज के दीवाने हो गए थे। एक बार हिम्मत करके अनिल ने सुनीता के सामने डेट पर जाने का प्रस्ताव रख दिया। सुनीता ने खुशी-खुशी स्वीकार कर लिया। दोनों का इश्क परवान चढ़ा और दोनों ने शादी कर ली।
राष्ट्रूीय फिल्म पुरस्कार
अनिल कपूर को साल 2001 में पुकार फिल्म के लिए बेस्ट एक्टर का अवार्ड मिला और 2008 में गाँधी माय फादर के लिए स्पेशल ज्यूरी अवार्ड मिला था।
करियर की शानदार फिल्में
मेरी जंग, चमेली की शादी, जांबाज, कर्मा, मि.इंडिया, तेजाब, रामलखन, घर हो तो ऐसा, बेटा, 1942 ए लव स्टोरी, विरासत, हम आपके दिल में रहते हैं, ताल, बुलंदी, पुकार, नायक, वेलकम, रेस, स्लमडॉग मिलेनियर जैसी फिल्मों में उन्होंने अपने अभिनय का जलवा बिखेराा फिल्म बेटा में निभाए गए उनके किरदार ने सभी को भावनात्मक कर दिया था और ऐसा कहा जाने लगा था कि बेटा हो तो ऐसा, वहीं फिल्म 'नायक' में निभाए गए उनके एक दिन के मुख्यमंत्री के किरदार को खूब प्रशंसा मिली।