Birthday Special: रहमान के वो गाने जो फैंस की रूह को नहीं दे पाए सुकून
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: January 6, 2018 09:12 AM2018-01-06T09:12:28+5:302019-01-06T12:20:09+5:30
A. R. Rahman Birthday: रहमान के संगीत में एक अजीब सी कशिश है जो श्रोताओं के दिलो-दिमाग को सुकून देती है।
गोल्डन ग्लोब, ऑस्कर, ग्रैमी, फिल्मफेयर अवार्ड से नवाजे जा चुके रहमान आज 52 साल के हो गए हैं। रहमान की उपलब्धियों और उनके संगीत को शब्दों में बयां करना मुश्किल है। उनके संगीत में एक अजीब सी कशिश है जो श्रोताओं के दिलो-दिमाग को सुकून देती है, लेकिन कुछ गाने ऐसे भी रहमान के हुए जो फैंस को वो सुकून नहीं दे पाए जिसको वो तलाशते हैं।
रहमान का छू जाने वाला संगीत
रहमान के गाए गीत 'दिल से', 'ख्वाजा मेरे ख्वाजा', 'जय हो' आदि भी खूब मशहूर हुए हैं। वर्ष 2010 में रहमान नोबेल पीस प्राइज कंसर्ट में भी प्रस्तुति दे चुके हैं। 'बॉम्बे', 'रंगीला', 'दिल से', 'ताल', 'जींस', 'पुकार', 'फिजा', 'लगान', 'स्वदेस', 'जोधा-अकबर', 'युवराज', 'स्लमडॉग मिलेनियर' और 'मोहेंजो दारो' जैसी कई फिल्मों में संगीत दिया है।
गानें जो फैंस के दिलों तक नहीं पहुंच पाए
रहमान के कई गानें ऐसे भी हैं जो फैंस के कानों तक तो पहुंचे पर दिल में घर नहीं कर पाए। फैंस तक रहमान के वे ही गाने शायद नहीं पहुंच पाए जिन फिल्मों को भी उन्होंने नकारा, लेकिन ऐसा हर एक गाने के लिए नहीं है क्योंकि बहुत से गाने भी हैं जो हिट फिल्मों के होकर भी फैंस को नहीं लुभा पाए। फैंस रहमान को उनके बेमिशाल संगीत के लिए जानते हैं , लेकिन हमेशा जरूरी नहीं वो संगीत दीवाना ही कर जाए। भले रहमान ने कई पुरस्कार जीते हों लेकिन अनेकों ऐसे गाने रहे जो थे तो रूह को सुकूं देने वाले रहे पर फिर भी वो कहीं गुम से हो गए। आइए आज हम आपको उन ही कुछ खास गानों से रुबरु करवाते हैं जो फैंस को भाए तो लेकिन लुभा नहीं पाए।
जींस
1998 में आई जींस फिल्म बॉलीवुड में ऐश्वर्या की पहली थी। फिल्म में जावेद अख्तर के बोल तो रहमान का संगीत का तड़का लगा। हरिहरन और साधना सरगम की आवाज का फूलों में खुशबू के अलावा कोई भी गाना फैंस के दिल में घर नहीं कर पाया। इस फिल्म में कई खूबसूरत गाने थे जो रहमान के संगीत के सजे थे , लेकिन फिर भी इस फिल्म के गानों को वो शोहरत नहीं मिली जिसकी उम्मीद रहमान से की जाती है।
एक दीवाना था
साउथ के जाने माने फिल्म निर्देशक गौतम मेनन ने अपनी तमिल फिल्म 'विन्नैथांडी वरुवाया' का हिंदी रिमेक 'एक दीवाना था' के नाम से बनाया है। प्रतीक बब्बर और जैस्सी, एमी जैक्सन की इस फिल्म को भी संगीत दिया ए.आर रहमान ने। फिल्म में बेहतरीन संगीत रहमान ने पेश किया, लेकिन इस फिल्म का एक भी गाना ऐसा नहीं हुआ जो फैंस की जुंबा पर चढ़ जाए। फिल्म में रहमान ने खुद भी एक गाना गाया 'किसी को किसी से मुहाब्बत क्यों है', ये गाना था तो काफी प्यारा लेकिन फिर भी इसे फैंस के बीच बहुत लोकप्रिय नहीं हो पाया।
तमाशा
रणबीर कपूर और दीपिका पादुकोण स्टारर फिल्म तमाशा में रहमान के संगीत की बात की जाए तो ये बेमिशाल थी। अगर तुम साथ हो गाने को खासा पसंद किया लेकिन फिर भी फिल्म के गानों के बोल फैंस की जुंबा पर वो मिठास नहीं घोल पाए। फैंस ने गानों को पसंद तो किया लेकिन इनको सदाबहार नहीं कर पाए।
कभी ना कभी
1998 में आई कभी ना कभी में कई बड़े सितारे थे, लेकिन इस फिल्म की भी एक खासियत थी वो थी रहमान का संगीत। फिल्म में रहमान ने संगीत दिया जो दर्शकों के बीच पसंद किया गया। लेकिन ये साल रहमान के लिए खास नहीं था जींस के बाद इस फिल्म के गानों को भी फैंस के बीच वो प्रसिद्ध नहीं जिसकी उम्मीद खुद रहमान ने की थी।
मोहन जोदाड़ो
आशुतोष गोवरिकर निर्देशत 2016 में आई मोहन जोदाड़ो इतिहास पर आधारित थी। जिस कारण से फिल्म का संगीत भी बेहद खास होना था। इतिहास को आधार में रखकर फिल्म का संगीत दिया ए आर रहमान ने। फिल्म के गाने थीमी म्यूजिक के थे जो दर्शकों को देखने में तो अच्छे लगे लेकिन सुनने में वो सुकुन नहीं दे पाए जो वो रहमान के संगीत से पाते रहे हैं।