VIDEO: CID में काम कर चुके एक्टर राजेश करीर ने रोते हुए लोगों से मांगी मदद, कहा- मैं जीना चाहता हूं, 300-400 रुपए ही भेज दीजिए
By अमित कुमार | Published: June 2, 2020 07:20 PM2020-06-02T19:20:31+5:302020-06-02T19:20:31+5:30
लॉकडाउन ने बहुत लोगों की आर्थिक स्थिति को खराब कर दिया है। बेगुसराय, सीआईडी में काम कर चुके एक्टर राजेश करीर भी आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं।
कोरोना वायरस की वजह से लगे लॉकडाउन ने बहुतों की जिंदगी पर असर डाला है। प्रवासी मजदूरों से लेकर टीवी एंव फिल्मों में छोटे-छोटे रोल करने वाले कलाकार, दिहाड़ी मजदूर, दुकानदार और न जाने कितने लोग इससे बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। बॉलीवुड सेलेब्स लगातार छोटे-मोटे आर्टिस्ट की मदद कर रहे हैं। इसके बावजूद एक बड़ा तबका ऐसा भी है जो इस लॉकडाउन में दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष कर रहा है।
इस लॉकडाउन ने तो कई कलाकारों को जिंदगी खत्म करने पर भी मजबूर कर दिया है। कुछ दिन पहले मुम्बई में टीवी सीरियलो में काम करने वाली प्रेक्षा मेहता ने इन्दौर में अपने घर में फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली थी। वह लॉक डाउन के बाद से डिप्रेशन में थी। लेकिन इन्हीं कलाकारों में कुछ ऐसे भी हैं जो जीना चाहते हैं। वह जीने के लिए अब लोगों से मदद मांग रहे हैं।
बेगुसराय, सीआईडी में काम कर चुके एक्टर राजेश करीर ने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में वह अपनी आर्थिक स्थिति बताते हुए लोगों से मदद की मांग करते हैं। इस दौरान वह रोते हुए भी दिखाई पड़ते हैं। उन्होंने अपने इस पोस्ट के साथ अपना अकाउंट नंबर और मोबाइल नंबर भी शेयर किया है। राजेश करीर के इस वीडियो पर फैंस लगातार कमेंट्स कर रहे हैं।
वीडियो शेयर करते हुए वह कहते हैं, "दोस्तों, मैं राजेश करीर आर्टिस्ट हूं, बहुत सारे लोग पहचानते होंगे मुझे। बात ये है कि अगर शर्म करूंगा तो जिंदगी बहुत भारी पड़ने वाली है। ऐसा मुझे लग रहा है। बस इतनी गुजारिश करना चाहता हूं कि मुझे मदद की सख्त जरूरत है। हालात बहुत ही नाजुक बने हुए हैं हमारे। मुंबई में फैमिली के साथ रहता हूं 15-16 साल से। वैसे भी काफी टाइम से खाली था मैं। अब तो दो तीन महीना हो गया हालत बहुत ज्यादा खराब हो रही है।
उन्होंने आगे कहा, 'आप लोगों से मेरी रिक्वेस्ट है कि भले 300, 400 या 500 रुपए डाल देंगे तो, क्योंकि शूटिंग कब शुरू होगी, मुझे काम मिले न मिले कुछ पता नहीं है। लाइफ ऐसी होगी गई हे कुछ समझ नहीं आ रहा है। मैं जीना चाहता हूं बस, हां मैं जीना चाहता हूं। इतनी मेरी हाथ जोड़ के रिक्वेस्ट है आपसे। जितना भी करें, ताकि मैं पंजाब वापस जाना चाहता हूं, जहां पर छोटा-मोटा काम जरूर करूंगा। वो वक्त तय करेगा। प्लीज हेल्प मी।"