कैंसर से जूझ रहे बांग्ला फिल्म निर्देशक पिनाकी चौधरी का 82 साल की उम्र में निधन
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 25, 2022 08:01 AM2022-10-25T08:01:33+5:302022-10-25T08:08:52+5:30
पिनाकी चौधरी की कला और संगीत में रुचि थी और उन्होंने 1983 में सिनेमा की दुनिया में कदम रखा, जब उन्होंने 'चेना अचेना' (ज्ञात और अज्ञात) फिल्म का निर्देशन किया।
कोलकाताः राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता एवं बांग्ला फिल्म निर्देशक पिनाकी चौधरी का लंबी बीमारी के बाद सोमवार को निधन हो गया। उनके परिवार ने यह जानकारी दी। पिनाकी ने कोलकाता स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली। वह 82 वर्ष के थे। उनके परिवार में पत्नी और एक बेटा है। वह कैंसर से पीड़ित थे और एक महीने पहले उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
रिपोर्ट के मुताबिक, पिनाकी को तीन दिन पहले अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी क्योंकि चिकित्सकों ने उन्हें जीवन के अंतिम दिनों में उनके आवास पर ले जाने का सुझाव दिया था। पिनाकी चौधरी की कला और संगीत में रुचि थी और उन्होंने 1983 में सिनेमा की दुनिया में कदम रखा, जब उन्होंने 'चेना अचेना' (ज्ञात और अज्ञात) फिल्म का निर्देशन किया, जिसमें सौमित्र चटर्जी, अमोल पालेकर, तनुजा, छाया देवी जैसे कलाकारों ने काम किया था।
उन्हें 1996 में 'शंघाथ' (संघर्ष) के लिए और 2007 में 'बल्लीगंज कोर्ट' के लिए दो राष्ट्रीय पुरस्कार मिले थे। पिनाकी चौधरी ने एक निर्माता के रूप में फिल्मी दुनिया में अपना करियर शुरू किया लेकिन बाद में निर्देशक बन गए। उन्हें दो बार राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। उन्हें पहली बार फिल्म 'शंघाथ' के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था। दूसरा राष्ट्रीय पुरस्कार फिल्म 'बल्लीगंज कोर्ट' को मिला। फिल्म 2007 में रिलीज हुई थी।
भाषा इनपुट के साथ